ED Raids V Senthil Balaji: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन (M K Stalin) ने अपनी सरकार में कैबिनेट मंत्री सेंथिल बालाजी के खिलाफ ईडी के छापे को लेकर बीजेपी पर पलटवार किया. स्टालिन ने कहा कि बजेपी उन लोगों को पिछले दरवाजे से डराने-धमकाने में लिप्त है, जिनका वह राजनीतिक रूप से सामना नहीं कर पाती. लोग बीजेपी की डराने-धमकाने की राजनीति देख रहे हैं


सीएम ने राज्य सचिवालय पर ईडी के छापे की निंदा करते हुए इसे संघवाद पर धब्बा बताया. सीएम स्टालिन ने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि छापेमारी किस पर की गई, लेकिन यह मायने रखता है कि छापेमारी कहां की गई. केंद्रीय गृह मंत्री ने वेल्लोर में एक जनसभा में DMK की कड़ी आलोचना की है और हमने सभी आरोपों का उचित जवाब दिया है. सचिवालय में छापेमारी करना संघीय ढांचे के खिलाफ है.



नहीं पता परिसरों पर क्या खोजने आए हैं? बालाजी 


बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धनशोधन के एक मामले की जांच के तहत मंगलवार (13 जून) को तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी और कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर छापेमारी की. दिग्गज द्रमुक नेता बालाजी ने छापेमारी पर कहा कि उन्हें यह जानकारी नहीं है कि अधिकारी उनके परिसरों पर क्या खोजने आए हैं. 


जांच में पूरी तरह सहयोग करने की बात


सेंथिल बालाजी ने जांच में पूरी तरह सहयोग करने की बात कही है. ईडी बालाजी के चेन्नई और करूर जिले के परिसरों पर छापेमारी की है. सुप्रीम कोर्ट ने बालाजी के खिलाफ कथित 'नौकरी के बदले नकदी' घोटाले में पिछले महीने पुलिस और ईडी को जांच की अनुमति दी थी. 


बालाजी ने तलाशी शुरू होने के बाद मीडिया से कहा, "देखते हैं कि वे किस मंशा से आए हैं, क्या खोज रहे हैं. इसे पूरा हो जाने दें." बालाजी ने आयकर विभाग या ईडी को पूरी तरह सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि अधिकारी दस्तावेजों के आधार पर उनसे जो भी जानकारी मांगेंगे, वह देंगे. तलाशी शुरू होने के समय सुबह की सैर पर गए मंत्री ने कहा कि अपने परिसरों पर छापों की सूचना मिलने के बाद वह टैक्सी लेकर घर वापस पहुंचे.


ये भी पढ़ें: Maharashtra Politics: शिंदे गुट के 5 मंत्रियों की महाराष्ट्र कैबिनेट से होगी छुट्टी? मुख्यमंत्री के सामने खड़ी हुई मुश्किल