Gurugram Land Deal Case: गुरुग्राम जमीन सौदे से जुड़े मामले में आज मंगलवार (15 अप्रैल, 2025) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति और व्यवसाई रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ की. मामले को लेकर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि वो इस सरकार या फिर किसी एजेंसी से डरने वाले नहीं हैं.
ईडी ने हरियाणा के गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव में एक जमीन सौदे के सिलसिले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद को तलब किया है. ईडी ऑफिस में मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस मामले में कोई निष्कर्ष निकलेगा जिसमें कुछ भी नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि 2019 में भी उन्होंने 20 हजार से ज्यादा दस्तावेज एजेंसी को दिए. साथ ही उन्होंने इस समन को राजनीति से प्रेरित बताया.
‘सरकार कर रही एजेंसियों को दुरुपयोग’
न्यूज एजेंसी एएनआई ने रॉबर्ट वाड्रा के हवाले से मंगलवार को कहा, "हमने ईडी को बताया कि हम अपने दस्तावेज जुटा रहे हैं, मैं हमेशा यहां आने के लिए तैयार हूं. मुझे उम्मीद है कि आज कोई निष्कर्ष निकलेगा. मामले में कुछ भी नहीं है. जब मैं देश के पक्ष में बोलता हूं, तो मुझे रोक दिया जाता है, राहुल को संसद में बोलने से रोका जाता है. बीजेपी ऐसा कर रही है. यह एक राजनीतिक प्रतिशोध है. लोग मुझे प्यार करते हैं और चाहते हैं कि मैं राजनीति में शामिल हो जाऊं."
उन्होंने आगे कहा, “2019 में 23 हजार दस्तावेज जमा किए गए. वो लोग जिस मामले की पूछताछ कर रहे हैं वो 20 साल पुराना मामला है. ये राजनीति से प्रेरित है. सत्ता में बैठी सरकार हमेशा से एजेंसी का दुरुपयोग करती आई है. वो लोग जितने चाहे मुझसे सवाल कर सकते हैं. मेरे पास छिपाने लायक कुछ नहीं है. सब सही है.”
‘वास्तविक मुद्दों को भटकाने के लिए उठाते हैं पुराने मुद्दे’
वाड्रा ने कहा, "जब मैं राजनीति में शामिल होने की इच्छा व्यक्त करता हूं, तो वे मुझे नीचा दिखाने और वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए पुराने मुद्दे उठाते हैं. इस मामले में कुछ भी नहीं है. पिछले 20 सालों में मुझे 15 बार बुलाया गया और हर बार 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई."