मुबंई: महाराष्ट्र के पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे पर लगे भ्रष्टाचार को लेकर ईडी जांच कर रही है. आरोप है कि खडसे जब महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री थे उस समय उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया और पुणे स्थित भोसरी इलाक़े की तीन एकर ज़मीन सस्ते दाम में ख़रीदी यह ज़मीन एमआईडीसी के अंतर्गत थी. आरोप यह भी है की साल 2016 में खडसे ने एमआईडीसी के साथ हुई मीटिंग की अगुवाई की थी वहां पर उन्होंने एमआईडीसी को पुणे की ज़मीन उनकी बीवी और दामाद को बेचने के लिए कहा था.


ईडी सूत्रों ने बताया की जब एकनाथ खडसे को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया गया था तब उन्होंने पूछताछ के दौरान यह बात क़बूली की उन्होंने साल २०१६ में एमआईडीसी के साथ मीटिंग की थी, पर उन्होंने यह भी कहा की उन्होंने मीटिंग की अगुवाई नहीं की थी वो सिर्फ़ मीटिंग का हिस्सा थे.


सूत्रों ने बताया की जब ईडी ने उनसे पूछा की उस मीटिंग का एजेंडे क्या था जिसपर खडसे ने जवाब देते हुए कहा की उन्हें उस मीटिंग के एजेंडे के बारे में नहीं पता वो मीटिंग उनके ओएसडी में अरेंज की थी. इसके बाद ईडी ने खडसे से ओएसडी की जानकारी मांगी जिसपर उन्होंने कहा की उस समय उनके पास १२ ओएसडी थे और उन्हें याद नहीं की कौनसे ओएसडी ने वो मीटिंग अरेंज की थी.


खडसे में ईडी को बताया की उनके ओएसडी उनके मीटिंग, एजेंडे की प्लानिंग करते हैं और जिसके अनुसार वो जाते थे इसके बाद ईडी ने उनसे उन १२ ओएसडी की लिस्ट मांगी है. सूत्रों ने बताया की एक बार उन्हें वो लिस्ट मिल जाए जिसके बाद वो उन ओएसडी को पूछताछ के लिए बुलाएंगे ताकि इस मामले में और भी जानकारी मिल सके.


क्या था मामला ?
मई 2016 में, पुणे स्थित हेमंत गावंडे नाम के रियलटर्स ने पुणे पुलिस को शिकायत दी थी जिसमें खडसे (महाराष्ट्र के तत्कालीन राजस्व मंत्री) पर अपने पद का दुरुपयोग करने और एमआईडीसी की जमीन खरीदने का आरोप लगाया. शिकायत में कहा गया है कि जमीन खडसे की पत्नी और दामाद के नाम पर खरीदी गई थी. जमीन 3.75 करोड़ रुपये में खरीदी गई थी जबकि जमीन का बाजार मूल्य 31 करोड़ रुपये था. यह महाराष्ट्र के भोसरी इलाके में 03 एकड़ का प्लॉट था.


पुणे के चर्चित जमीन घोटाले में ऐंटि करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने खडसे को क्लीन चिट दी थी. खडसे के अलावा उनकी पत्नी मंदाकिनी, दामाद गिरीश चौधरी और कुछ अन्य को 2018 में ही क्लीन चिट मिली थी. लेकिन उसी केस में ईडी ने खडसे के दामाद गिरीश चौधरी को गिरफ्तार किया. एकनाथ खडसे 2014 में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में राजस्व मंत्री थे. उन पर जब भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग के आरोप लगे तो जून 2016 में उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा था .


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