ED Action On Associated Of Atiq Ahmed: दिवंगत माफिया अतीक अहमद से जुड़े लोगों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दो दिनों (14-15 जून) तक छापेमारी की. तलाशी के दौरान ईडी ने नकदी, दस्तावेज, डिवाइसेज और अन्य साक्ष्य बरामद और जब्त किए हैं.


ईडी ने जिन लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की, उनमें जाने-माने बिल्डर और चार्टर्ड अकाउंटेंट शामिल हैं. ईडी ने बुधवार-गुरुवार को प्रयागराज, लखनऊ और दिल्ली के 10 ठिकानों की तलाशी ली.


मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी का एक्शन


धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 की धारा 3 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का अपराध साबित करने के लिए ईडी की कार्रवाई के दौरान 17.80 लाख रुपये की नकदी, संपत्तियों की बिक्री और खरीद से संबंधित कागजात, कंपनियों और फर्मों के वित्तीय दस्तावेज, बैंक स्टेटमेंट, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य भौतिक और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य बरामद और जब्त किए गए हैं. ईडी की ओर से जब्त किए गए साक्ष्यों का भौतिक और फॉरेंसिक विश्लेषण जारी है. 


सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हो रही जांच


अतीक अहमद और उसके आदमियों के खिलाफ अपहरण, जबरन वसूली और हमले के आरोप लगाए गए थे. ईडी ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई की ओर से दर्ज अपराध आरसी के आधार पर अतीक अहमद और उसके सहयोगियों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के प्रावधानों के तहत जांच शुरू की.


इसी साल अप्रैल में भी अतीक के करीबियों के परिसरों पर हुई थी तलाशी 


जांच के दौरान पता चला कि 1989 के बाद से आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे अतीक अहमद ने सरकार और अन्य लोगों की भूमि संपत्तियों को हड़प कर अपने, परिवार के सदस्यों, सहयोगियों और अन्य बेनामीदारों के नाम पर बड़ी संपत्ति अर्जित की.


बता दें कि पीएमएलए की धारा 17(1) के तहत 12 और 13 अप्रैल को अतीक अहमद के विभिन्न करीबी सहयोगियों के परिसरों पर भी तलाशी ली गई थी, जिसके चलते 84.68 लाख रुपये की नकदी, 60 लाख रुपये का सोना, 2.85 करोड़ रुपये कीमत के सोने और हीरे के गहने, डिजिटल डिवाइसेज और विभिन्न भौतिक दस्तावेज और रिकॉर्ड बरामद और जब्त किए गए थे. अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद की इसी साल 15 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.


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