पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए पांच चरण की वोटिंग अब तक हो चुकी है. गुरुवार को छठे चरण के लिए राज्य की 43 सीटों पर वोटिंग होगी. इस बीच, कोरोना के आ रहे बेकाबू मामलों ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक दलों की चिंताओं को बढ़ाकर रख दिया है. लेकिन निर्वाचन आयोग ने यह साफ कर दिया बंगाल विधानसभा चुनाव के बाकी बचे तीन चरणों का मतदान एक साथ कराना संभव नहीं है.


ईसी ने कहा- एक साथ सभी चरणों के चुनाव नहीं संभव


बंगाल की सत्ताधारी टीएमसी नेता डेरेक ओब्रायन की तरफ से इस अनुरोध पर कि बंगाल चुनाव के बाकी चरणों के चुनाव एक साथ कराएं जाएं, चुनाव आयोग कहा कि छठे, सातवें और आठवें चरण के चुनाव एक साथ कराए जाने का सुझाव उचित नहीं है. आयोग की तरफ से पहले ही सुरक्षा को लेकर गाइडलाइन्स जारी की जा चुकी हैं.


43 सीटों पर कल वोटिंग


गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए कल होने जा रहे छठे चरण के चुनाव में 43 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा और एक करोड़ से अधिक मतदाता 306 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला कर सकेंगे. कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले चरणों में हिंसा को देखते हुए सुरक्षा उपाय सख्त किए गए हैं. चौथे चरण के मतदान में 10 अप्रैल को कूच बिहार में पांच लोगों की मौत हो गयी थी.


 


उन्होंने कहा कि आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए छठे चरण में केंद्रीय बलों की कम से कम 1,071 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया के दौरान कोविड संबंधी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाएगा.


बंगाल में मंगलवार को आए कोरोना के रिकॉर्ड मामले


पश्चिम बंगाल में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 9,819 नए मामले सामने आए जो अब तक किसी एक दिन का सर्वोच्च स्तर है. इस चरण में उत्तर 24 परगना जिले की 17 सीटों के अलावा नादिया और उत्तर दिनाजपुर की 9-9 तथा पूर्ब बर्द्धमान की आठ सीटों पर मतदान होना है.


 


इस चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, तृणमूल के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और चंद्रिमा भट्टाचार्य तथा माकपा नेता तन्मय भट्टाचार्य शामिल हैं. इसके अलावा फिल्म निर्देशक राज चक्रवर्ती और अभिनेत्री कौसानी मुखर्जी भी तृणमूल प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं.


 


चार जिलों के 43 विधानसभा क्षेत्रों में 14,480 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. माना जा रहा है कि इस चरण में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच होगा. निर्वाचन आयोग ने टीएमसी से कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के शेष तीन चरणों का मतदान एक साथ कराना संभव नहीं.


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