जम्मू: जम्मू कश्मीर सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलो के बीच इस महामारी को लेकर स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश में लॉकडाउन पर फैसला स्थिति को देख कर लिया जाएगा.


जम्मू कश्मीर में कोरोना को लेकर स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. जम्मू में पत्रकारों से बात करते हुए फाइनेंसियल कमिश्नर हेल्थ अटल ढुल्लू, सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल और डिजास्टर मैनेजमेंट विभाग के सचिव सिमरनदीप सिंह ने साझा प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जम्मू कश्मीर में कोरोना को रोकने के लिए लॉकडाउन लगेगा या नही उस पर फैसला स्थिति को देख कर लिया जाएगा.


प्रदेश में कोरोना के मामले 12.8 प्रतिशत बड़े है


उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना को रोकने के लिए प्रयास कई स्तरों पर किये जा रहे है. सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश में कोरोना के मामले 12.8 प्रतिशत बड़े है, जो चिंता का विषय है. सरकार इस महामारी को रोकने के लिए रोजाना 40 हज़ार टेस्ट कर रही है, जिसमें 10000 टेस्ट रैपिड है. सरकार के मुताबिक अब प्रदेश के हर बड़े हस्पताल में आरटीपीसीआर टेस्ट किये जा रहे है.


प्रदेश में 120 कन्टेनमेंट जोन अप्रैल में बनाये गए हैं


इसके साथ ही प्रदेश में आने वाले हर यात्री की टेस्टिंग को भी अनिवार्य किया गया है. प्रदेश में 120 कन्टेनमेंट जोन अप्रैल में बनाये गए हैं. सरकार ने जानकारी दी कि प्रदेश में कोविड के लिए 600 वेंटीलेटर है. इसके साथ ही प्रदेश के 36 में से 23 हस्पतालो में अगले एक महीने में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगेंगे. सरकार ने जनता कोरोना से बचने के लिये जारी नियमो का पालन करने की अपील की है. जम्मू कश्मीर में कोरोना वैक्सीन के 2 लाख डोज़ मौजूद है.


इसके साथ ही प्रदेश में 1408 टीकाकरण केंद्र है, जिन्हें बाद कर 3000 किया जाएगा. जम्मू कश्मीर ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स की ऑक्यूपेंसी 20 प्रतिशत है.


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