नई दिल्ली: भारत में कोरोना को लेकर हालात पहले से बेहतर हो रहे हैं. नए मामलों में कमी आई है और पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है लेकिन ब्लैक फंगस के केस बढ़ रहे है. महाराष्ट्र और गुजरात मे इसके सबसे ज्यादा मामले सामने आए है. वहीं इस बीच देश मे ऑक्सीजन उत्पादन 9,500 मीट्रिक टन हो गया. ये जानकारी खुद स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना पर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर में दी.


स्वास्थ्य मंत्री ने ग्रुप ऑफ मिनिस्टर में बताया कि देश में रिकवरी दर बढ़ रही है और आज 93.94% है. वहीं पिछले 24 घंटों में बीते 61 दिनों के मुकाबले सबसे कम कोरोना के नए मामले सामने आए हैं. पिछले 24 घंटों में 1,74,399 ठीक हुए हैं और मृत्यु दर 1.20% रही है. आज लगातार 25वां दिन है जब स्वस्थ होने वालों की संख्या नए मामलों से ज्यादा है. आज सुबह अलग अलग श्रेणियों में 23,27,86,482 वैक्सीन की डोज दी गई है.


18-44 आयु वर्ग की बात करें तो 2,86,18,514 लोगों को पहली डोज दी गई है. अन्य श्रेणियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि 60 साल से ज्यादा आयु वर्ग में 6,06,75,796 लोगों और 45-59 साल के आयु वर्ग में 7,10,44,966 लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है. आज की स्थिति में राज्यों के पास 1.4 करोड़ से अधिक डोज अभी भी उपलब्ध हैं.


पॉजिटिविटी रेट


अब तक 2624 सरकारी और प्राइवेट लैब के जरिए 36,63,34,111 सैंपल टेस्ट किए जा चुके है. वहीं डेली पॉजिटिविटी रेट भी घट रही है और 6.34% है. लगातार 14 दिनों तक पॉजिटिविटी रेट 10% से कम है. फिर भी 15 राज्य ऐसे हैं, जहां डेली पॉजिटिविटी रेट 10% से ज्यादा है. इसके अलावा ब्लैग फंगस की बात करें तो 28 राज्यों से अब तक 28,252 मामले सामने आ चुके हैं.


इनमें से 86% करीब 24,370 मामले में कोविड-19 संक्रमण की हिस्ट्री है और 62.3% यानी 17,601 का डायबिटीज का इतिहास रहा है. महाराष्ट्र में सबसे अधिक ब्लैक फंगस के 6,339 और उसके बाद गुजरात में 5,486 मामले हैं. इस बारे में उन्होंने कहा की केंद्र और राज्य सरकार इस हालत से मिलकर निपट रहे हैं. आरएनए वायरस में म्यूटेशन का खतरा रहता है. अभी 28 लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग हो रहा है और 30 हजार से ज्यादा जीनोम सिक्वेंसिंग अब तक हुआ है.


ऑक्सीजन की उपलब्धता


वहीं सड़क परिवहन के सचिव गिरिधर अरमाने ने देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता और उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ाने के लिए किए गए उपायों की जानकारी दी. उन्होंने बताया किया कि उत्पादन क्षमता में वृद्धि, प्रेशर स्विंग सोखना संयंत्रों की स्थापना, एलएमओ और ऑक्सीजन सांद्रता के आयात के माध्यम से ऑक्सीजन की उपलब्धता और वितरण को बढ़ाने के लिए विभिन्न पहल की गई है.


ऑक्सीजन उत्पादन अगस्त 2020 में 5,700 मीट्रिक टन से बढ़कर मई 2021 में 9,500 मीट्रिक टन हो गया है और लगभग 1,718 पीएसए संयंत्र (स्वास्थ्य मंत्रालय और डीआरडीओ द्वारा पीएम केयर्स के तहत 1,213, एमओपीएनजी के जरिए 108, MoCoal के जरिए 40, MoPower के जरिए 25, 19 विदेशी सहायता से और 313 राज्य सरकारों द्वारा) स्थापित किए जा रहे हैं. इसके अलावा, पीएम केयर्स फंड के तहत 1 लाख ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खरीद को मंजूरी दी गई है और एक ऑक्सीजन डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम (ओडीटीएस) देश में एलएमओ मूवमेंट की रीयल टाइम ट्रैकिंग को सक्षम करने के लिए एक वेब और ऐप आधारित को मंजूरी दी गई है. 


बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, विदेश मामलों के मंत्री एस जयशंकर, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पूरी, केमिकल राज्यमंत्री मनसुख मंडविया, गृहराज्य मंत्री नित्यनाद राय, नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ. वीके पॉल और इन मंत्रालय के सचिव और अधिकारी शामिल थे.


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