मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने शनिवार (27 दिसंबर) को एक्स पर पीएम मोदी और लाल कृष्ण आडवाणी की एक पुरानी फोटो शेयर की थी, जिसे लेकर बीजेपी राहुल गांधी पर हमलावर हैं. इस तस्वीर को लेकर अब दिग्विजय सिंह ने सफाई दी है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए फोटो शेयर करने और आरएसएस को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता ने कहा कि मैं शुरू से यही कहता आ रहा हूं कि मैं आरएसएस की विचारधारा का विरोधी हूं. वे न तो संविधान का सम्मान करते हैं और न ही देश के कानूनों का, और यह एक गैर-पंजीकृत संगठन है. उन्होंने आगे कहा कि मैं उनकी संगठनात्मक क्षमता की प्रशंसा करता हूं.
दिग्विजय ने की आरएसएस की तारीफकांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि आरएसएस एक ऐसा संगठन है जो पंजीकृत भी नहीं है, फिर भी इतना शक्तिशाली हो गया है कि प्रधानमंत्री लाल किले से कहते हैं कि यह दुनिया का सबसे बड़ा गैर सरकारी संगठन है. अगर यह गैर सरकारी संगठन है, तो आपके नियम-कानून कहां गए? लेकिन मैं उनकी संगठनात्मक क्षमता की प्रशंसा करता हूं.
कांग्रेस की संगठनात्मक क्षमता पर क्या बोले दिग्विजय सिंहकांग्रेस पार्टी की संगठनात्मक क्षमता के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं इतना ही कह सकता हूं कि सुधार की गुंजाइश है और हर संगठन में सुधार की गुंजाइश होनी ही चाहिए. मैं कई बार कह चुका हूं कि कांग्रेस मूवमेंट (आंदोलन) की पार्टी है और रहनी भी चाहिए, क्योंकि किसी भी मुद्दे को आंदोलन बनाने में कांग्रेस पार्टी होशियार है. वो अच्छी तरीके से ये काम करती है और तभी आंदोलन भी होते हैं लेकिन उस मूवमेंट को वोटों में तब्दील करने में हम कमजोर हो जाते हैं.
जब दिग्विजय सिंह से सवाल किया गया कि आप कांग्रेस के इतने बड़े नेता हैं कई राज्यों के प्रभारी रह चुके हैं तो आपकी बात कांग्रेस नेतृत्व तक क्यों नहीं पहुंच पा रही है तो इस पर उन्होंने जवाब दिया कि आप मुझसे पूछ रहे हैं तो बात क्यों नहीं पहुंचेगी.
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