बॉलीवुड के सदाबहार एक्टर धर्मेंद्र का बीते कई दिनों से उनके जुहू स्थित घर पर इलाज चल रहा था. इस बीच आज सोमवार (24 नवंबर 2025) को दोपहर के वक्त उनके बंगले सनी विला में अचानक गहमागहमी तेज हो गई.  उनके बंगले के अंदर एक एंबुलेंस को जाते देखा गया. मुंबई पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर बंगले के बाहर बैरिकेडिंग कर दी है. 

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धर्मेंद्र का 89 साल की उम्र में निधन हो गया. इस महीने की शुरुआत में दिग्गज अभिनेता की हालत गंभीर होने पर उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया था. दो दिन अस्पताल में रहने के बाद, बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ को घर वापस लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा था. 

'जब मैं 8वीं क्लास में था तब बंटवारा हुआ'धर्मेंद्र ने एक बार एक इंटरव्यू में पाकिस्तान और बंटवारे का जिक्र करते हुए कहा था कि जब मैं 8वीं क्लास में था तब बंटवारा हुआ. मेरे दोस्त थे अब्दुल जब्बार, अकरम और मोहम्मद अली. हम लोग बहुत प्यार से रहते थे. कोई भेदभाव नहीं होता था. अब बंटवारे की बात सुनकर अजीब सा लगता है. उन्होंने आगे कहा कि हमारे रुकमनुद्दीन मास्टर जब (बंटवारे के वक्त) बाजार से जा रहे थे तो मैं उनसे लिपटकर रोने लगा था कि आप हमें छोड़कर क्यों जा रहे हैं तो उन्होंने बोला कि नहीं बेटे हमें जाना ही पड़ेगा. 

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'धर्मेंद्र के पिता स्कूल में टीचर थे'पाकिस्तान के एक कार्यक्रम में 500 से ज्यादा बंटवारे की स्टोरी रिकॉर्ड करने वाले एक शख्स ने बताया कि वो धर्मेंद्र का एक वीडियो देख रहे थे, जिसमें वो कहते हैं कि वो अपने बचपन के दोस्तों से अभी मिलना चाहते हैं, उनसे बात करना चाहते हैं, लेकिन किसी का भी पता नहीं लग पा रहा. उस शख्स ने बताया कि पाकिस्तान के फैसलाबाद में मैंने बुजुर्ग लोगों से बात की तो एक बुजुर्ग ने बताया कि धर्मेंद्र के पिता स्कूल में टीचर थे और वो उनसे पढ़ता था. उन्होंने बताया कि वहां धर्मेंद्र के एक दोस्त भी मिले, जिन्होंने अपने घर में शोले फिल्म का पोस्टर लगाया हुआ था. 

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