नई दिल्ली: नोटबंदी को लागू हुए आज 59 दिन हो रहे हैं. देश के बैंक और एटीएम में कैश की कमी बनी हुई है. सबके मन में एक ही सवाल है कि आखिर कैश की कमी कब पूरी होगी. स्टेट बैंक के चीफ इकनॉमिस्ट का अनुमान है कि ये कमी काफी हद तक फरवरी में दूर हो सकती है. नोटबंदी से सरकार को करीब डेढ़ लाख करोड़ के फायदे का अनुमान जताया गय़ा है. SBI के चीफ इकॉनमिस्ट सौम्य कांति घोष का अनुमान देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चीफ इकॉनमिस्ट सौम्य कांति घोष का कहना है कि रिजर्व बैंक जिस रफ्तार से नोट छाप रहा है, अगर वो बनी रही तो देश में नोटों की किल्लत फरवरी के अंत तक काफी कम हो जाएगी. डॉ घोष के मुताबिक, रिजर्व बैंक दिसंबर के अंत तक महज 44 फीसदी रद्द नोटों की भरपाई ही नए नोटों से कर पाया था, जो 53 फीसदी नोटों की भरपाई के उनके पिछले अनुमान से कम है. उनका आकलन है कि आरबीआई जनवरी के अंत तक 75 फीसदी की जगह सिर्फ 67 फीसदी नोटों की भरपाई ही कर पाएगा.
साथ ही डॉ घोष का ये भी मानना है कि अगर रिजर्व बैंक ने नए नोट छापने की मौजूदा रफ्तार बनाए रखी तो फरवरी के अंत तक 80 से 89 फीसदी रद्द नोटों की कमी पूरी कर ली जाएगी. जिससे हालात काफी हद तक सामान्य हो जाएंगे. नोटबंदी से हासिल क्या हुआ है, सरकार को क्या फायदा हुआ है ? रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 10 दिसंबर के बाद से ये नहीं बताया कि नोटबंदी के बाद से कितने रद्द नोट बैंकों में जमा हो चुकै हैं. लेकिन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चीफ इकॉनमिस्ट सौम्य कांति घोष ने इस बारे में कुछ अहम आकलन पेश किए हैं. 15.44 लाख करोड़ के नोट चलन से बाहर हुए थे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चीफ इकॉनमिस्ट सौम्य कांति घोष के मुताबिक बैंकों में वापस आ चुके पांच सौ और एक हज़ार के रद्द नोटों का कुल मूल्य 14 लाख करोड़ से 14 लाख 50 हजार करोड़ के बीच हो सकता है. सर्कुलेशन में रहे रद्द नोटों का कुल मूल्य 15 लाख 44 हज़ार करोड़ है. इस हिसाब से करीब एक-डेढ़ लाख करोड़ रुपये मूल्य के पुराने नोट बैंकों में जमा नहीं हो पाएंगे. इस रकम को सरकार का मुनाफा माना जा सकता है.
नोटबंदी से सरकार को भारी मुनाफा होने की उम्मीद सौम्य कांति घोष का ये भी अनुमान है कि करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये की रकम ऐसी है, जिस पर सरकार काला धन सफेद करने के आरोप में भारी टैक्स और जुर्माना लगा सकती है. इस टैक्स और जुर्माने से भी सरकार को अच्छी खासी कमाई होने की उम्मीद है.
करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये का काला धन पकड़ने की उम्मीद- घोष डॉ सौम्य कांति घोष का अनुमान है कि काले धन पर लगाए गए टैक्स और जुर्माने के रूप में सरकार को करीब 70 से 80 हज़ार करोड़ रुपये की कमाई हो सकती है. वो ये भी मानते हैं कि ये आमदनी इससे कहीं ज्यादा भी हो सकती है. स्टेट बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, दस जनवरी तक बाजार में दस लाख करोड़ रुपये आ जाएंगे और इससे भी हालात सामान्य करने में मदद मिलेगी.
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