दिल्ली सरकार के स्कूल में 12वीं क्लास का रिजल्ट 99 फीसदी रहा है और इसके बाद अब JEE और NEET की परीक्षा में भी दिल्ली के सरकारी स्कूल के बच्चों का प्रदर्शन उत्साहजनक रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जेईई मेंस और एनईईटी में सफलता हासिल करने वाले दिल्ली सरकार के स्कूलों के छात्रों को बधाई दी.


एक प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये सभी बच्चे, दूसरे बच्चों के लिए प्रेरणा दायक हैं. दिल्ली सरकार के स्कूलों में बदलाव की वजह से जेईई मेंस में 443 और एनईईटी में 569 बच्चों ने सफलता हासिल की है. इन 569 बच्चों में से 379 लड़कियां हैं यानि 67 फीसदी लड़कियां हैं और लड़कियों ने बड़ा शानदार प्रदर्शन किया है. दिल्ली सरकार के स्कूल मोलरबंद के 29 छात्रों ने एनईईटी की परीक्षा पास की है, जबकि यमुना विहार के 24 छात्र और नूर नगर के 23 छात्रों ने परीक्षा पास की है. जेईई मेंन की परीक्षा पास करने वाले 443 छात्रों में से 53 छात्र जेईई एडवांस की परीक्षा में सफल हुए हैं. पश्चिम विहार के स्कूल के 5 छात्रों ने जेईई एडवांस की परीक्षा पास की है.


"अगर देश की एक पीढ़ी से गरीबी दूर करनी है, तो बच्चों को अच्छी शिक्षा देनी होगी."
सभी बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रतिभा पैसे की मोहताज नहीं होती है. गरीबों के बच्चों को भी अगर अच्छी शिक्षा दी जाए, अगर बराबरी की शिक्षा दी जाए, तो वो भी बहुत बढ़िया शानदार प्रदर्शन करके दिखा सकते हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीबों के बच्चे अब आगे बढ़ रहे हैं. मैं हमेशा कहता था कि अगर हमें अपने देश से गरीबी दूर करनी है, तो एक पीढ़ी के अंदर सभी बच्चों को समान और अच्छी शिक्षा देकर अपने देश से गरीबी दूर कर सकते हैं. अगर हम अपने सभी बच्चों को, चाहे वह अमीर घर में पैदा होने वाला हो या गरीब के घर में पैदा होने वाला बच्चा हो, सभी को अच्छी शिक्षा दे दें, तो एक पीढ़ी के अंदर गरीबी दूर हो जाएगी. हमारे देश को आजाद हुए 70 साल हो गए और आज तक हम गरीबी से जूझ रहे हैं.


"किसी बच्चे को पैसे की चिंता करने की जरूरत नहीं"
उच्च शिक्षा के लिए खर्च की चिंता न करने की सलाह देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "किसी भी बच्चे को पैसे की चिंता करने की जरूरत नहीं है. अगर आपके माता पिता के पास पैसा नहीं है, तो चिंता मत करना. हम लोगों ने आपकी अच्छी शिक्षा के लिए पैसे का इंतजाम किया है. जिन बच्चों ने प्राइवेट-सरकारी स्कूल से 12वीं पास की है, लेकिन पढ़ने के लिए पैसे नहीं है और कॉलेज में एडमिशन मिल गया है, तो दिल्ली सरकार ने स्कॉलरशिप का भी इंतजाम किया है. जिन बच्चों के नंबर अच्छे आए हैं और मां-बाप गरीब हैं, तो उनके लिए भी स्कॉलरशिप का इंतजाम है. कोई भी छात्र, चाहे वह अमीर हो या गरीब, दिल्ली सरकार से बिना कुछ गिरवी रखे 10 लाख रुपये तक का लोन ले सकता है और अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकता है."


ये भी पढ़ें-
प्रदूषण से लड़ने के लिए एक साथ आए सभी राज्य, चार साल से कम समय में हो जाएगा नियंत्रण- CM केजरीवाल


भारत की दरियादिली, सीमा में घुसे चीनी सैनिक को लौटाया गया, चीन के सरकारी मीडिया ने दी जानकारी