नई दिल्ली: दिल्ली में ख़तरनाक प्रदूषण स्तर को देखते हुए आज केंद्रीय पर्यावरण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने दिल्ली और दिल्ली से सटे राज्यों के उच्च अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की. इस बैठक में उन्होंने सभी राज्यों के साथ मिलकर प्रदूषण नियंत्रण की योजना सम्बंधी निर्देश दिए. बता दें कि दिल्ली समेत आस-पास के इलाकों में एयर क्वालिटी काफी खराब हो गई है. बढ़ते प्रदूषण को लेकर सब चिंतित है. इस बैठक में के बाद डा. हर्षवर्धन ने  कहा,"दिल्ली और पड़ोसी राज्यों के मंत्रियों और अधिकारियों के साथ आहूत बैठक में मैंने वायु प्रदूषण की स्थिति का जायज़ा लिया. मैंने कहा कि हवा को स्वच्छ और शुद्ध बनाये रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है. सब को मिलकर काम करने की जरूरत है."

52 टीमें कर रही हैं प्रदूषण नियंत्रण की मॉनिटरिंग का काम

प्रदूषण के क्या-क्या कारण हैं और उनको दूर करने के उपायों को ठीक से अपनाया जा रहा है या नहीं इस पर नज़र रखने के लिए सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की 41 टीमें 15 सितम्बर से काम कर रही है. अब इस हफ़्ते से इन्हें बढ़ा के 52 कर दिया है, जिनमें से आठ टीमें एनसीआर में अलग से जा रही है.

70 अन्य साझा टीमें भी आज से काम पर

आज से पांच दिन के लिए दिल्ली सरकार और सीपीसीबी के साझा अधिकारियों वाली सत्तर टीमें दिल्ली की सत्तर विधानसभा क्षेत्रों में विशेष तौर से प्रदूषण नियंत्रण से जुड़े कामों की निगरानी करेंगी. ये टीमें पर्यावरण मंत्रालय की 52 टीमों के अलावा हैं. इसके अलावा केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने आज एयर क्वालिटी को ठीक करने वाली मशीनों से लैस 35 बसों को भी हरी झंडी दिखा कर दिल्ली और एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों के लिए रवाना किया.

प्रदूषण नियंत्रण के मौजूदा काम से ख़फ़ा है केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय

ये टीमें प्रदूषण नियंत्रण के कार्यों को लागू किया जा रहा है या नहीं इसे देखते हुए दिल्ली के अलग-अलग इलाक़ों और एनसीआर के शहरों को स्कोर देती हैं. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने कहा कि जो स्कोर आए हैं उनसे हम संतुष्ट नहीं हैं.

नहीं रुक रहा है पराली जलाने का सिलसिला

आज की मीटिंग में हरियाणा सरकार के प्रतिनिधी अधिकारी ने जब पराली जलाने के मामले में जब ये सफ़ाई दी कि पराली जलाने के मामले में तीस प्रतिशत की कमी आई है तो डा. हर्ष वर्धन ने कहा कि हम इससे संतुष्ट नहीं हैं. पराली जलाने के मामले पूरी तरह बंद होने चाहिए.

दस नवंबर तक होगा युद्ध स्तर पर काम

आज की बैठक में निर्णय हुआ है कि आज से दस दिन तक पर्यावरण नियंत्रण से जुड़े सारे रूटीन काम युद्ध स्तर पे किए जाएंगे. इसके अलावा फ़ेसबुक और ट्विटर का भी सहारा लिया जा रहा है. जनता की शिकायतों के अनुसार भी प्रदूषण नियंत्रण पर कार्यवाही हो सके इसके लिए मंत्रालय फ़ेसबुक और ट्विटर का भी सहारा ले रहा है जिस पर इस हफ़्ते तीन सौ शिकायतें आ चुकी हैं.

आज केंद्रिय पर्यावरण मंत्री डा. हर्ष वर्धन ने दिल्ली के ख़तरनाक प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए मंत्रालय के कार्यों को बताने के बाद जनता से भी प्रार्थना करते हुए कहा कि,“लोगों से भी हम अपने अपने स्तर पर मदद की अपील करते हैं. लोग अपने घर के बाहर की कच्ची ज़मीन या फुटपाथ पर अगर पानी का छिड़काव कर दें तो यही उनका उस दिन का ग्रीन गुड डीड होगा.”पटाखा बनाने वालों से भी हमने प्रदूषण को ध्यान में रख कर काम करने को कहा है ताकि कम प्रदूषण वाले पटाखे हों.