DELHI AAP VS BJP: अरविंद केजरीवाल की पार्टी बीजेपी के बादशाहत को खत्म करते हुए दिल्ली एमसीडी (Delhi MCD) चुनाव में स्पष्ट बहुमत हासिल करने में कामयाब हुई है. इसके बावजूद पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में आम आदमी पार्टी (AAP) के वोट शेयर में काफी गिरावट आई है. दूसरी तरफ विधानसभा और एमसीडी में बीजेपी (BJP) के वोट शेयर  बढ़ रहे हैं. 


2022 के एमसीडी चुनाव नतीजों के आंकड़ों के विश्लेषण से कुछ दिलचस्प पहलू निकल कर सामने आ रहे हैं. बीजेपी उन आंकड़ों में ही राहत देख सकती है. आम आदमी पार्टी को जीतने के बावजूद एक मोर्चे पर नुकसान हुआ है, वहीं बीजेपी को हार के बावजूद वोट शेयर के मामले में फायदा मिला है. 


बीजेपी के वोट शेयर बढ़े, AAP को नुकसान 


2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में 8 सीटें जीतकर बीजेपी ने 2015 के आंकड़ों में सुधार किया. 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी सिर्फ 3 सीटें ही जीत पाई थी. पार्टी ने 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में अपने वोट शेयर को 32.30 प्रतिशत से बढ़ाकर 38.5 प्रतिशत कर लिया.  


2020 में कई सीटों पर बीजेपी और आप के बीच जीत का अंतर बहुत कम रहा था. ज्यादातर सीटों पर बीजेपी दूसरे नंबर पर रही थी. 2015 में आप ने 67 और 2020 में 62 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2015 में आप को 54.3% वोट मिले थे. वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में आप के वोट बैंक में गिरावट दर्ज की गई. आप को 53.57% वोट मिले. पिछले दो विधानसभा चुनाव और इस बार के एमसीडी चुनाव में वोट शेयर के ग्राफ पर नजर डालें तो एक दिलचस्प पहलू निकल कर सामने आ रहा है. भले ही बीजेपी सीटों के मामले में आप को पीछे नहीं छोड़ पा रही है, लेकिन उसके वोट शेयर में चुनाव दर चुनाव  इजाफा हो रहा है. इसके विपरीत आम आदमी पार्टी के वोट शेयर में कमी हो रही है. इसे नीचे दिए गए आंकड़ों से समझ सकते हैं. 


भारतीय जनता पार्टी                                  वोट शेयर


दिल्ली विधानसभा चुनाव (2015)                     32.30 %
दिल्ली विधानसभा चुनाव (2020)                     38.51% 
दिल्ली एमसीडी चुनाव    (2022)                     39.10%


आम आदमी पार्टी                                      वोट शेयर 


दिल्ली विधानसभा चुनाव (2015)                     54.30% 
दिल्ली विधानसभा चुनाव (2020)                     53.57%
दिल्ली एमसीडी चुनाव    (2022)                     42.05% 


साल दर साल वोट शेयर का गणित समझने के लिए आम आदमी के सियासी दंगल में उतरने के बाद दिल्ली में हुए चुनाव के आंकड़ों का विश्लेषण करना होगा. 


2020 के विधानसभा चुनाव के वोट शेयर से तुलना 


पिछली बार 2020 में हुए दिल्ली विधान सभा चुनाव के दंगल में आम आदमी पार्टी ने लगातार दूसरी बार प्रचंड जीत हासिल की थी. दूसरी ओर, बीजेपी का विधानसभा चुनाव में निराशापूर्ण प्रदर्शन जारी रहा था. केजरीवाल की पार्टी को 70 में से 62 सीटों पर जीत मिली थी. बीजेपी सिर्फ 8 सीट ही हासिल कर पाई थी.


2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 53.57% मिले थे. वहीं बीजेपी को 38.51% वोट मिल पाया था. इस बार एमसीडी में आम आदमी पार्टी को 42% वोट मिले. वहीं बीजेपी को 39.1% वोट मिले. इन आंकड़ों से साफ है कि पिछले विधान सभा चुनाव के मुकाबले आम आदमी पार्टी के वोट शेयर में 11.57% की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं बीजेपी का वोट शेयर विधान सभा चुनाव के मुकाबले 0.6% बढ़ा है. 


आम आदमी पार्टी                                      वोट शेयर
 
दिल्ली विधानसभा चुनाव (2020)                     53.57%
दिल्ली एमसीडी चुनाव    (2022)                     42.05%


भारतीय जनता पार्टी                                   वोट शेयर
 
दिल्ली विधानसभा चुनाव (2020)                     38.51%
दिल्ली एमसीडी चुनाव    (2022)                     39.10%
 


दिल्ली एमसीडी में 15 साल की सत्ता को गंवाने के बाद बीजेपी के नेताओं के लिए बस यही राहत की बात है कि उसके वोट शेयर में विधानसभा चुनाव के मुकाबले कमी नहीं आई. बीजेपी के कुछ नेता इसे सांत्वना के तौर पर देख रहे हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने ट्वीट किया है कि "15 साल की सत्ता के बावजूद बीजेपी का वोट शेयर 1% बढ़ा & दिल्ली में हुए पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में AAP का वोट शेयर लगभग 12% गिर गया है." 






एमसीडी में पहले से ज्यादा वोट लाकर भी पिछड़ी बीजेपी 


इस बार के दिल्ली एमसीडी चुनाव नतीजों से जो आंकड़े निकल रहे हैं, उसके मुताबिक एमसीडी में पहले से ज्यादा वोट लाकर भी बीजेपी आम आदमी पार्टी से पिछड़ गई है. 77 सीटों के नुकसान के बावजूद बीजेपी के वोट शेयर इस बार करीब 3% बढ़े हैं. 2017 में हुए एमसीडी चुनाव में बीजेपी को 36% प्रतिशत वोट मिले थे. इस बार एमसीडी चुनाव में बीजेपी को 39% वोट मिले. कांग्रेस को हुए नुकसान की वजह से आम आदमी पार्टी के वोट शेयर 26% से बढ़कर 42% हो गए. पिछली बार के मुकाबले कांग्रेस को करीब 10% कम वोट मिले हैं. 


2015 के विधानसभा चुनाव के वोट शेयर से तुलना 


2015 में भारतीय संसदीय इतिहास के एक अनोखे रिकॉर्ड के साथ आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सत्ता पर कब्जा किया. केजरीवाल की पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज कर इतिहास बना दिया. बीजेपी सिर्फ 3 सीट ही जीत सकी और कांग्रेस का विधान सभा से नामोनिशान मिट गया. अगर इस साल हुए एमसीडी चुनाव के वोट शेयर की तुलना 2015 के विधानसभा चुनाव से करें तो बीजेपी के वोट शेयर में 7% से ज्यादा का इजाफा हुआ है. वहीं आम आदमी पार्टी के 12% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है. 


आम आदमी पार्टी                               वोट शेयर
 
दिल्ली विधानसभा चुनाव (2015)               54.30%
दिल्ली एमसीडी चुनाव    (2022)               42.05%


भारतीय जनता पार्टी                             वोट शेयर
 
दिल्ली विधानसभा चुनाव (2015)                32.30%
दिल्ली एमसीडी चुनाव    (2022)                39.10% 


2013 के विधानसभा चुनाव के वोट शेयर से तुलना  


आम आदमी पार्टी के सियासी सफर का आगाज 2013 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव से  हुआ. पहली कोशिश में ही आम आदमी पार्टी ने 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं बीजेपी 32 सीट के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. केजरीवाल की पार्टी को 29.5% वोट मिले. बीजेपी को आम आदमी पार्टी से साढे़ तीन प्रतिशत ज्यादा वोट मिले. दिल्ली एमसीडी चुनाव 2022 से तुलना करने पर पता चलता है कि पहले मैच के मुकाबले इस बार आम आदमी पार्टी के वोट शेयर में 12% से ज्यादा वोट हासिल हुए है. वहीं बीजेपी के वोट शेयर में भी 6% से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है.  


आम आदमी पार्टी                               वोट शेयर
 
दिल्ली विधानसभा चुनाव (2013)              29.50%
दिल्ली एमसीडी चुनाव    (2022)              42.05%


भारतीय जनता पार्टी                             वोट शेयर
 
दिल्ली विधानसभा चुनाव (2013)               33.00%
दिल्ली एमसीडी चुनाव    (2022)               39.10%  


2014 के लोकसभा चुनाव के वोट शेयर से तुलना 


आम आदमी पार्टी की चुनावी राजनीति शुरू होने के बाद दो लोकसभा चुनाव हो चुके हैं. 2014 और 2019 के आम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सभी 7 सीटों पर उम्मीदवार उतारे. दोनों ही लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी अब तक दिल्ली में खाता नहीं खोल पाई है. 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी दिल्ली में कोई सीट तो नहीं हासिल कर पाई, लेकिन उसे 32.9% वोट मिले. सभी 7 सीटों पर जीत के साथ बीजेपी को 46.40% वोट मिले. दिल्ली एमसीडी चुनाव 2022 से तुलना करने पर पता चलता है कि 2014 के लोकसभा मुकाबले इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी के वोट शेयर में करीब 9 फीसदी का इजाफा हुआ है. वहीं बीजेपी के वोट शेयर में भी 7% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है.


आम आदमी पार्टी                                वोट शेयर
 
लोकसभा चुनाव 2014 (दिल्ली)                 32.90%
दिल्ली एमसीडी चुनाव   (2022)                42.05%


भारतीय जनता पार्टी                             वोट शेयर
 
लोकसभा चुनाव 2014 (दिल्ली)                 46.40%
दिल्ली एमसीडी चुनाव (2022)                  39.10% 


2019 के लोकसभा चुनाव के वोट शेयर से तुलना 


2019 के लोकसभा चुनाव में भी दिल्ली की सभी सीटों पर बीजेपी का परचम लहराया. इस चुनाव में देश नरेंद्र मोदी की लहर में डूबा हुआ था. बीजेपी ने पूरे देश में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया था. इसके बावजूद दिल्ली में आप 18 फीसदी से ज्यादा वोट लाने में कामयाब हुई. बीजेपी को दिल्ली में करीब 57 फीसदी वोट मिले थे. दिल्ली एमसीडी चुनाव 2022 से तुलना करने पर पता चलता है कि 2019 के लोकसभा मुकाबले इस बार दिल्ली में आप के वोट शेयर में जबरदस्त इजाफा हुआ है. केजरीवाल की पार्टी के वोट शेयर में करीब 24 फीसदी का उछाल आया है. वहीं बीजेपी के वोट शेयर में भी करीब 18 फीसदी की कमी हुई है.


आम आदमी पार्टी                                वोट शेयर


लोकसभा चुनाव 2019 (दिल्ली)                18.11%
दिल्ली एमसीडी चुनाव  (2022)                 42.05%


भारतीय जनता पार्टी                             वोट शेयर
 
लोकसभा चुनाव 2019 (दिल्ली)                 56.86%
दिल्ली एमसीडी चुनाव (2022)                  39.10% 


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