Kanjhawala Case: दिल्ली के कंझावला केस को लेकर हंगामा बना हुआ है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है मामले में और खुलासे हो रहे हैं. वहीं, अब पुलिस को पता चला है कि वो मारुति बलेनो जिससे ये हादसा हुआ है उसे दो बार उधार पर लिया हुआ था.


कार का मालिक लोकेश ने अपनी कार को आशुतोष नाम के शख्स को दी थी जिसने अपने दोस्त अमित और दीपक खन्ना को दी. दरअसल, पुलिस की दर्ज एफआईआर रिपोर्ट में कहा गया है कि 20 साल की लड़की को कई किलोमीटर तक घसीटने वाले आरोपियों ने हादसे के दौरान शराब के नशे में होने की बात को कबूला है. साथ ही ये भी माना कि स्कूटी से गिरी महिला को टक्कर मारने के बाद वो डर गए और भागने की कोशिश की.


रात ढाई बजे हुआ हादसा


पुलिस के मुताबिक, अंजलि सिंह नाम की लड़की रात करीब दो बजे काम से लौट रही थी जब ये हादसा हुआ. स्कूटी से गिरने के बाद, उसका शरीर कार के अंडरकैरेज में उलझ गया और आरोपी उसे घसीटते ले गए. हादसे के वक्त कार में सवार पांच लड़कों में एक खन्ना, मनोज मित्तल जो एक स्थानीय भाजपा नेता है कृष्ण, मिथुन सवार थे.


नंबर प्लेट से पुलिस मालिक तक पहुंची


पुलिस को पता चला कि घटनास्थल से 13 किमी दूर जोंटी गांव में एक महिला का नग्न शव मिला है. पुलिस ने कार की नंबर प्लेट से मालिक का पता लगाने की कोशिश की. लोकेश ने उन्हें बताया कि उसने आशुतोष को कार उधार दी थी जिसने पुलिस को खन्ना परिवार के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि दोनों ने शाम को उनसे कार ले ली थी.


शव को बीच सड़क छोड़ फरार हुए आरोपी


दीपक खन्ना ने अपने दिए बयान में कहा कि जब वो जोंटी गांव के पास रुके तो उन्होंने देखा कि महिला का शव कार के नीचे फंसा हुआ था. उन्होंने शव को वहीं छोड़ दिया और आशुतोष के घर वापस चले गए और कार वहीं छोड़ दी.


मैंने कार का पीछा किया- स्थानीय निवासी


स्थानीय निवासी दीपक दहिया ने एनडीटीवी को दिए एक बयान में बताया कि उन्होंने दुर्घटना को देखा और महिला कार के नीचे फंस गई. वह चिल्लाया, उन्हें कार रोकने के लिए कहा और जब वे नहीं माने, तो उन्होंने अपने दोपहिया वाहन का पीछा किया. उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को भी फोन किया और पुलिस को सूचित किया, जिसने कोई ध्यान नहीं दिया.


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