दिल्ली के जहांगीरपुरी में बुलडोजर फिर कहर बरपाएगा या थम जाएगा, इसका फैसला आज आ सकता है. देश की सर्वोच्च अदालत में एमसीडी के अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ दायर याचिका पर आज सुनवाई होनी है. दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद एमसीडी ने यहां अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिए, जिसे लेकर खूब बवाल हुआ और अब मामला सुप्रीम कोर्ट में है. इधर, जहांगीरपुरी में सुरक्षाबलों की भारी संख्या में तैनाती की गई है. दोपहर करीब 12 बजे इस मामले की सुनवाई होगी. 


सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई
बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एल नागेश्वर राव और बीआर गवई की बेंच जहांगीरपुरी में अतिक्रमण विरोधी अभियान के मामले पर सुनवाई करेगी. इसे लेकर कई याचिकाकर्ताओं ने सुनवाई की मांग की थी. साथ ही कई बीजेपी शासित राज्यों में चल रही बुलडोजर की कार्रवाई के खिलाफ जमीयत उलेमा ए हिंद की याचिका पर भी सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. 


सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश
इससे पहले मंगलवार देर रात बताया गया कि एमसीडी जहांगीरपुरी में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करने जा रही है. इसके बाद सुबह करीब 9 बजे से ये कार्रवाई शुरू हो गई. जानकारी मिलते ही याचिकाकर्ताओं के वकील सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और इस मामले की सुनवाई की मांग की. सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत सुनवाई तो नहीं की, लेकिन आदेश दिया कि फिलहाल कार्रवाई को रोककर यथास्थिति बनाए रखें. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद कई घंटों तक बुलडोजर चलते रहे. आखिरकार जब दोबारा सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर और एमसीडी अधिकारियों तक जानकारी पहुंचाने की बात कही तो इस पूरी कार्रवाई को रोका गया. 


राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू
इस पूरे मामले को लेकर राजनीतिक घमासान भी शुरू हो चुका है. तमाम विपक्षी दलों ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि, ये बीजेपी का बुलडोजर भारत के संविधान पर चलाया गया है. वहीं बीजेपी की तरफ से इसका जवाब दिया गया और कहा कि राहुल गांधी हार से हताश हैं, इसलिए वो ऐसे बयान दे रहे हैं. उधर दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी ने कहा कि, बीजेपी जानबूझकर ऐसा कर रही है क्योंकि पार्टी को इससे फायदा होता है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी के मुख्यालय पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए. 


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