Delhi Gole Market: दिल्ली के जर्जर हो चुके गोल मार्किट (Gole Market) को नया रूप देने की योजना शुरू हो गई है. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने म्यूजियम (Museum) के रूप में इसे तब्दील करने की लंबे समय से लंबित परियोजना पर काम शुरू कर दिया है.


एनडीएमसी ने अगस्त में प्रस्ताव को मंजूरी दी थी और परियोजना के लिए लगभग 26.74 करोड़ रुपये का बजट अलग रखा था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये परियोजना कई मुकदमों के कारण एक दशक से अधिक समय से लंबित रही. लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना (Vinay Kumar Saxena) ने इस साल की शुरुआत में इमारत का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को हेरिटेज बिल्डिंग (Heritage Building) और आसपास के क्षेत्रों को विकसित करने का निर्देश दिया.


साल 1921 में ब्रिटिश नौकरशाहों और भारतीय सरकारी कर्मचारियों के लिए ये मार्केट बनाया गया था. इसमें अंडे, सब्जी, मछलिया बिका करती थी. साथ ही यहां कुछ दुकाने भी खोली गई थीं. गोल मार्केट को नई दिल्ली म्यूजियम बनाए जाने के प्रस्ताव के चलते इसे सील कर दिया गया. सील के कारण मार्केट की सुंदरता दिन पर दिन खत्म हो गई. एनडीएमसी ने गोल मार्केट को म्यूजियम में बदलने का प्रस्ताव दिया. हालांकि, व्यापारियों के विरोध कर चलते ये काम रुका रहा. 


सबवे बनाने की बनाई योजना


गोले मार्केट भवन को एक म्यूजियम के रूप में कार्य को शुरू करने के अलावा एनडीएमसी ने पैदल चलने वालों की सुरक्षा के साथ-साथ सड़क यातायात को कम करने के लिए आरके आश्रम मार्ग से मुख्य गोल मार्केट भवन के बीच एक सबवे बनाने की योजना बनाई है. इसके अलावा, एनडीएमसी इस परियोजना के तहत हेरिटेज ब्लिडिंग को नवीनीकरण करेगा.  डिजाइनर लाइटिंग डेकोरेशन, सजावटी फिटिंग और सेंट्रल एयर कंडीशनिंग भी इसमें होगा.


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