Delhi Dengue Case: दिल्ली में डेंगू की रोकथाम को लेकर आप सरकार अलर्ट मोड पर है. इसी कड़ी में बुधवार (2 अगस्त) को स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सभी अस्पतालों के नोडल ऑफिसर और मेडिकल सुपरिटेंडेट के साथ दिल्ली सचिवालय में बड़ी बैठक की. इस बैठक में दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, कैंट एरिया और केंद्र सरकार के भी अस्पतालों के अधिकारी मौजूद रहे. 


मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सभी अधिकारियों से एक-एक कर उनके अस्पतालों की मौजूदा स्थिति के बारे में जाना. लगभग सभी अस्पतालों में डेंगू को लेकर तैयारियां चल रही हैं और सभी अस्पताल डेंगू से निपटने के लिए तैयार दिखे. हालांकि बैठक में किसी भी अस्पताल के अधिकारी ने डेंगू को लेकर अभी तक कोई आपदा जैसी स्थिति का जिक्र नहीं किया. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार यह कहा जा सकता है कि दिल्ली में अभी हालात सामान्य हैं.  


सभी अस्पतालों में 5% बेड डेंगू के लिए होंगे आरक्षित


स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बैठक के दौरान सभी अस्पतालों के अधिकारियों को कई तरह के दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जिस तरह कोविड के दौरान सभी अस्पतालों में मौजूदा बेड का कुछ प्रतिशत हिस्सा कोविड के मरीजों के लिए आरक्षित किया गया था उसी तरह डेंगू को लेकर भी बेड्स की संख्या का 5 प्रतिशत डेंगू के मरीजों के लिए आरक्षित रखें, ताकि भविष्य में किसी तरह की कोई आपदा जैसी स्थिति आती है तो उससे निपटा जा सके.


6 से 8 घंटों के अंदर दी जाए डेंगू की टेस्ट रिपोर्ट


डेंगू एक ऐसी बीमारी है जिसमें मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या बहुत तेजी से गिरती है जिसकी वजह से मरीज की जान जा सकती है. ऐसी गंभीरता को देखते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सभी अस्पताल के अधिकारियों को यह निर्देश दिए कि अस्पताल में आने वाले बुखार के मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट 6 से 8 घंटे के भीतर मंगवाई जाए, ताकि अगर उस मरीज को डेंगू बुखार है तो तुरंत इलाज किया जा सके. मरीज की जान बचाई जा सके और भविष्य में किसी भी प्रकार की क्षति से बचा जा सके.


स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर रिपोर्ट देने के निर्देश 


बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सभी अस्पताल के अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए कि जिस प्रकार से कोविड महामारी के दौरान दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर सभी अस्पताल अपने प्रतिदिन की रिपोर्ट दर्ज कराते थे वैसे ही डेंडू के लिए भी करेंगे. इससे मरीजों के लिए इंतजाम करने में सरकार को मदद मिलेगी. 


डेंगू के मरीजों के लिए अलग वार्ड की व्यवस्था करने के निर्देश


डेंगू, मच्छर के काटने से फैलने वाली एक ऐसी बीमारी है कि अगर कोई मच्छर डेंगू के मरीज को काटकर किसी सामान्य व्यक्ति को काट ले तो उसको भी डेंगू होने का खतरा बन जाता है. इस खतरे को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बैठक में आए सभी अस्पतालों के अधिकारियों को अपने-अपने अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए एक अलग वार्ड बनाने के निर्देश दिए.


सौरभ भारद्वाज ने कहा, "डेंगू के लिए अलग वार्ड बनाकर वहां पर डॉक्टरों की और दूसरे नर्सिंग स्टाफ की तैनाती की जाए, ताकि डेंगू के मरीजों को सही समय पर पर्याप्त इलाज मिलता रहे. साथ ही साथ अन्य मरीजों की भी देखरेख सही तरीके से होती रहे. अलग वार्ड के साथ-साथ मरीजों के बेड के चारों तरफ मच्छरदानी लगाने के भी निर्देश दिए हैं. 


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