Delhi Police Cyber Cell: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने राजस्थान से दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक इस गिरोह का किंगपिन अफ्रीकी मूल का नागरिक है जो कि राजस्थान की जेल में ही बंद है. यह गिरोह बड़ी-बड़ी कंपनीज में ऊंचे ओहदे पर बैठे अधिकारियों के ईमेल आईडी से मिलते जुलते फर्जी ईमेल आईडी बनाते थे. इतना ही नही उस कंपनी के फर्जी लेटर हेड छाप कर भी ये गिरोह फर्जीवाड़ा करता था. जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि यह गिरोह कई बड़ी कंपनी कर साथ करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है.


कैसे करते थे ठगी


दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस गिरोह के सदस्य टारगेट कंपनी में बड़े ओहदे पर बैठे अधिकारियों के ईमेल आईडी जैसा फर्जी ईमेल आईडी बनाते थे और फिर उस कंपनी के फर्जी लेटर हेड छाप कर बैंक अधिकारियों को पैसा ट्रांसफर करने की रिक्वेस्ट भेजते थे. बैंक में बैठे अधिकारी भी कंपनी ऑफिशल्स के फर्जी मेल से आए ईमेल और लेटर हेड को देखकर इनके बताए बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर दिया करते थे.


हाल ही मे इस गिरोह ने एक कंपनी को टारगेट करते हुए इसी तरह 80 लाख रुपये का चूना लगाया था. इस मामले में ही पैसों के बंटवारे को लेकर हुए झगड़े में गिरोह का सरगना किंगपिंग उत्तर प्रदेश पुलिस के हत्थे चढ़ गया था. जिसके बाद से ही वो जेल में बंद है. 


कमीशन पर लेते थे फ़र्ज़ी बैंक एकाउंट


पुलिस के मुताबिक इस गिरोह ने रुखसार मंसूरी नाम के शख्स से कमीशन पर बैंक अकाउंट लिया हुआ था. रुखसार मंसूरी के फर्जी कागजों के आधार पर खोले गए बैंक अकाउंट में ही ये पैसा ट्रांसफर करते थे और बाद में पैसा निकालने पर उसे कमीशन दिया करते थे. सूत्रों के मुताबिक गैंग के सरगना का इसी रुखसार मंसूरी से झगड़ा हो गया था. जिसके बाद यूपी पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था. पुलिस अब इनकी कुंडली खंगालने में जुट गई है कि ये अब तक कितनी कंपनियों को कुल कितने रूपए का चुना लगा चुके हैं. 


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