Pandav Nagar Murder Case: राजधानी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में मिल रहे लाश के टुकड़ों की गुत्थी को दिल्ली पुलिस (Delhi Police Crime Branch) की क्राइम ब्रांच ने सुलझाने का दावा किया है, पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर केस (Blind Murder Case) मामले में एक महिला और उसके बेटे को गिरफ्तार किया है. 


5 जून को दिल्ली के पांडव नगर इलाके के रामलीला मैदान में एक कटा हुआ शव बरामद हुआ और ये सिलसिला 5 दिन तक चलता रहा. पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. जांच कई दिन तक चलती रही लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा. पुलिस मरने वाले शख्स की पहचान भी पता नहीं कर पाई. मामले की गंभीरता को देखते हुए ये मामला क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर किया गया. केस ट्रांसफर होने के बाद क्राइम ब्रांच ने डोर टू डोर जांच शुरू की. जांच में पता चला कि अंजन दास नाम का एक व्यक्ति दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके से गायब है. 


त्रिलोकपुरी में रहता था अंजन दास
पुलिस ने अब अंजन दास के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह अपने परिवार के साथ त्रिलोकपुरी इलाके में रहता है. पुलिस ने उन दोनों से पूछताछ की. पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया कि अंजन दास कहीं चले गये हैं. लेकिन क्राइम ब्रांच को मां-बेटे के बयान में विरोधाभास नजर आया और तब दोनों ने एक दूसरे से पूछताछ की तो पता चला कि पूनम ने अपने बेटे दीपक के साथ मिलकर उसके पति अंजन की हत्या कर दी है और उसकी लाश को टुकड़ो में काट कर पांडव नगर में कहीं ठिकाने लगा दिया है.


पूछताछ में पूनम और दीपक ने खुलासा किया कि अंजन दास की हत्या उन्होंने इस वजह से की क्योंकि वह उनको लगातार परेशान करता रहता था. इतना ही नहीं अंजन दीपक की पत्नी पर भी बुरी नजर रखता था. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि दीपक जो भी कमाई करता था तो वह पैसे छीन लिया करता था. लगातार परेशान होने पर पत्नी पूनम और बेटे दीपक ने अंजन की हत्या की साजिश रच डाली. पुलिस ने बताया कि दोनों ने यह प्लॉन मार्च और अप्रैल में बनाया था. 


आरोपियों ने कैसे की हत्या?
प्लान के मुताबिक 30 मई की शाम को पूनम और दीपक ने अंजन दास को शराब पिलाकर उसमें नशे की गोलियां डाल दीं और जब वह बेसुध हो गया तब दोनों ने मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया. उन्होंने लाश को रात भर घर में ही पड़ा रहने दिया ताकि उसका सारा खून बाहर निकल जाए. अगले दिन उन्होंने लाश के 10 टुकड़े किए और फिन इनको पॉलिबैग में फ्रिज में रख दिया. इसके बाद दोनों ने लाश को ठिकाने लगाने के वास्ते से टुकड़ों में रख कर ठिकाने लगाना शुरू कर दिया.


कई दिन तक दोनों अंजन की लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाते रहे. लेकिन क्राइम ब्रांच की तफ्तीश के बाद अब दोनों ही पुलिस की गिरफ्त में हैं.


क्या है पूनम की कहानी?
पुलिस ने बताया कि पूनम बिहार की रहने वाली है, और जब वह 13-14 साल की थी तब उसकी शादी सुखदेव तिवारी नाम के एक शख्स से कर दी गई थी. सुखदेव पूनम को छोड़कर दिल्ली आ गया इसके बाद पूनम भी सुखदेव की तलाश में दिल्ली आई, लेकिन उसको उसका पति सुखदेव नहीं मिला तब उसने कल्लू नाम के एक शख्स से शादी कर ली. कल्लू से शादी के बाद पूनम को 3 बच्चे हुए. दो बेटी और बेटा दीपक, इसके बाद 2016 में कल्लू की मौत हो गई और अब पूनम अकेली थी. पूनम ने अंजन दास से शादी कर ली लेकिन उसने उसकी बेटी और बहु पर गंदी नजर रखनी शुरू कर दी. 


कहां से शुरू हुई नफरत?
पुलिस की माने तो नफरत की शुरुआत यहीं से शुरू हुई जब अंजन ने पूनम की बहू और बेटी पर बुरी नजर रखनी शुरू कर दी. तभी पूनम और उसके बेटे दीपक ने तय किया कि अब अंजन को रास्ते से हटाना होगा. इसके बाद दोनों ने उसकी हत्या का प्लान बनाया लेकिन पुलिस की गिरफ्त के बाद उन्होंने अंजन के कातिलों को गिरफ्तार कर लिया है.


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