Delhi Crime News: सफदरजंग एनक्लेव के कृष्णा नगर इलाके में आज सुबह दिल्ली पुलिस के एक सिपाही विक्रम ने अपने ही रिश्तेदार वीरेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी. वीरेंद्र हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे. वह जुडो के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी थे और कॉमनवेल्थ जुडो में भारत के लिए गोल्ड मेडल भी जीत चुके थे. वीरेंद्र के परिजनों का आरोप है कि विक्रम दिल्ली पुलिस का एक सिपाही है, इसलिए पुलिस उसका पूरा सहयोग कर रही है, हमारी सुनवाई नहीं कर रही है.


दिल्ली के सफदरजंग एनक्लेव थाने के कृष्णा नगर इलाके में दिल्ली पुलिस के सिपाही विक्रम ने अपने ही रिश्तेदार वीरेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी. ये वारदात आज सुबह की है. पुलिस का कहना है कि वीरेंद्र पिछले 5-6 दिनों से विक्रम के घर पर ही आया हुआ था. दोनों के बीच रुपयों को लेकर विवाद चल रहा था और इसी विवाद की वजह से विक्रम ने आज सुबह अपनी सर्विस रिवाल्वर से वीरेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी. विक्रम को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह दिल्ली के ग्रेटर कैलाश पार्ट वन थाने में तैनात था. विक्रम के घर के बाहर संत रामपाल के पोस्टर भी लगे हुए हैं और बताया जा रहा है कि विक्रम संत रामपाल का अनुयाई था. 


विरेंद्र के भाई सुरेंद्र ने कहा कि हम लोगों को सुबह फोन पर ये जानकारी दी गई थी कि वीरेंद्र के साथ कुछ गलत हुआ है, लेकिन जब हम रोहतक से दिल्ली की तरफ आने के रास्ते पर पहुंचे तो हमें बताया गया कि वीरेंद्र की मौत हो गई है. उसकी हत्या की गई है. वीरेंदर हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर था और वह स्पोर्ट्समैन था. उसने कॉमनवेल्थ जुडो में गोल्ड मेडल जीता था. इसके अलावा हरियाणा सरकार की तरफ से उसे भीम आवार्ड भी मिला था. वह पहलवान भी था. वह पहले आईटीबीपी में था. उसने अपने साले विक्रम को लगभग 4 करोड़ रुपए दिए थे. जिस फ्लैट में विक्रम ने वीरेंद्र की हत्या की है. उस फ्लैट को खरीदने के लिए विक्रम ने वीरेंद्र से ही रकम उधार ली थी. इसके अलावा भी विक्रम ने मोटी रकम उधार ली थी. जिसके लिए वीरेंद्र ने कई लोगों से 20-30 लाख रुपए उधार लिया था. 


उन्होंने बताया कि पिछले 1 साल से वीरेंद्र अपनी रकम वापस मांग रहा था, लेकिन विक्रम वह रकम नहीं लौटा रहा था. 6 महीने पहले भी रिश्तेदारों ने मिलकर दोनों के बीच बातचीत करवाई थी. तीन-चार दिन पहले ही मेरा भाई अपनी रकम वापस लेने के लिए विक्रम के पास आया था और आज सुबह विक्रम ने वीरेंद्र की हत्या कर दी. वीरेंद्र के दो छोटे बच्चे हैं. इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस हमारी कुछ भी सुनवाई नहीं कर रही है. विक्रम थाने के अंदर है और लगातार फोन पर बात कर रहा है. वह खुलकर हमें यह कह रहा है कि ज्वाइंट सीपी और भी जो बड़े अधिकारी हैं, मैं उन्हें जानता हूं. मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे. इसके अलावा इस मामले में जो शिकायतकर्ता बनी है वह भी विक्रम की पत्नी बनी है. ये पूरी साजिश के तहत इन लोगों ने इस हत्या को अंजाम दिया है, जबकि हम लोग अपनी तरफ से इस में शिकायत देना चाह रहे हैं और पुलिस हमारी सुनवाई नहीं कर रही है.