देश की राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास गाड़ी में हुए ब्लास्ट के बाद बहावलपुर स्थित जैश ए मोहम्मद के नए हेडक्वार्टर मरकज उस्मान ओ अली में दहशत का माहौल है. कल अस्र की नमाज के बाद बहावलपुर की कौसर कॉलोनी में स्थित मरकज उस्मान ओ अली में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के भाई तल्हा अल सैफ की अध्यक्षता में टॉप कमांडरों की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें सूत्रों के मुताबिक, आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सभी टॉप कमांडर मौलाना अम्मार अल्वी, मुफ़्ती असगर ख़ान कश्मीरी, मौलाना मसूद इलयास कश्मीरी उर्फ अबू मोहम्मद और मौलाना मुराद अजहर मौजूद थे.
जैश के डिप्टी कमांडर ने दिए ये निर्देश सूत्रों के मुताबिक, जैश ए मोहम्मद के डिप्टी कमांडर मौलाना तल्हा अल सैफ ने सभी कमांडरों के सामने भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जारी की गई लश्कर-जैश के 21 आतंक के ठिकानों की लिस्ट रखी और आदेश दिया कि अगले आदेश तक जैश ए मोहम्मद के इन 21 में से 8 आतंक के ठिकानों को खाली करवा दिया जाए. साथ ही कोई भी जैश ए मोहम्मद का कमांडर सार्वजनिक मंच पर दिल्ली में हुए धमाके या फिर जैश के पकड़े गए आरोपियों पर कोई भी सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करेगा.
सोशल मीडिया पर दिल्ली धमाके पर रिएक्शन न देने की अपील इतना ही नहीं जैश के डिप्टी चीफ तल्हा अल सैफ ने सभी कमांडरों को ये भी आदेश दिया कि जैश ए मोहम्मद के सभी निचले कैडरों को साफ साफ समझा दिया जाए कि सोशल मीडिया पर दिल्ली में हुए धमाके पर खुशी या फिर कोई भी ऐसी प्रतिक्रिया नहीं दी जाएगी जिससे फरीदाबाद-सहारनपुर मोड्यूल के तार आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद से जुड़े हैं.
सूत्रों के मुताबिक तकरीबन 2 घंटे तक चली बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि क्या अलकायदा की उपमहाद्वीप शाखा से ब्लास्ट की जिम्मेदारी दिलवाई जाए जिस पर आतंकी मसूद अजहर के भाई तल्हा अल सैफ ने साफ कहा कि ज़िम्मेदारी लेनी है या नहीं लेनी है, या क्या करना है इसका फ़ैसला ख़ुद मौलाना मसूद अजहर करेगा.
सिर्फ एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल करने की सलाह
अभी फिलहाल मौलाना मसूद अजहर का मेसेज सभी कमांडरों को बैठक में बताया जा रहा है, साथ ही सभी कमांडरों को कुछ दिन तक सिर्फ एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप का प्रयोग करने की सलाह दी गई और अनजान फोन कॉल ना उठाने के लिए कहा गया है.
बैठक में मौजूद नहीं था मौलाना मसूद अजहर जानकारी के मुताबिक, बैठक में मौलाना मसूद अज़हर मौजूद नहीं था और इसका कोई कारण आतंकी कमांडरों को नहीं बताया गया. खुफिया जानकारी के मुताबिक, आतंकी मसूद अजहर के भाई मौलाना अम्मार अल्वी उर्फ मोहिउद्दीन औरंगजेब ने सभी कमांडरों को जानकारी दी कि सहारनपुर और फरीदाबाद से पकड़े गए आरोपियों को वो ही अपने दो हैंडलरों के ज़रिए तैयार कर रहा था. अब तक जम्मू कश्मीर पुलिस जैश ए मोहम्मद के फिदायीन मॉड्यूल से जुड़े 8 से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और अन्य लोगों के रोल की जांच कर रही है.
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