राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार (1 नवंबर) को दिल्ली कार बम विस्फोट मामले की जांच के तहत जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर छापेमारी की. NIA ने दोनों राज्यों में कई आरोपियों और संदिग्धों के परिसरों में तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान एनआईए ने कई डिजिटल उपकरण और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की. 

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NIA ने जम्मू-कश्मीर के शोपियां, कुलगाम, पुलवामा और अवंतीपोरा ज़िलों में कुल आठ स्थानों पर छापेमारी की. इसके अलावा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में एक स्थान पर तलाशी ली गई. बता दें कि एनआईए ने इससे पहले, 26 और 27 नवंबर को, अल फलाह विश्वविद्यालय परिसर और फरीदाबाद (हरियाणा) के अन्य स्थानों पर मुख्य आरोपी डॉ. मुज़म्मिल शकील गनी और डॉ. शाहीन सईद के परिसरों में व्यापक तलाशी ली थी.

7 प्रमुख आरोपी गिरफ्तार 

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इन तलाशियों के दौरान एनआईए ने भारी मात्रा में नकदी, विदेशी मुद्रा, सोना और अन्य आपत्तिजनक सामग्री ज़ब्त की थी और बम विस्फोट की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए इनकी बारीकी से जांच की जा रही है. आतंकवाद निरोधी एजेंसी ने अब तक RC-21/2025/NIA/DLI मामले में 7 प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस संग मिलकर काम कर रही एनआईए

एनआईए की टीमें गिरफ्तार आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही हैं और 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के बाहर हुए कार विस्फोट के सिलसिले में विभिन्न सुरागों की तलाश जारी रखे हुए हैं. इस घातक आतंकवादी हमले में 15 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हुए थे. एनआईए बम हमले में शामिल आतंकवादी मॉड्यूल के प्रत्येक सदस्य का पता लगाने और उसे गिरफ्तार करने के लिए कई राज्य पुलिस बलों के साथ मिलकर काम कर रही है.

दिल्ली कार ब्लास्ट में व्हाइट कॉलर टेरर मॉडयूल सामने आया है, जिसमें साजिश रचने से लेकर बम विस्फोट करने और गाड़ी खरीदने वाले तक सभी आतंकी डॉक्टर शामिल थे. एनआईए अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है और इसकी तह तक जाने के लिए देशभर में छापेमारी की जा रही है. 

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