Rajnath Singh in Karwar: देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) इन दिनों भारतीय नौसेना (Indian Navy) के सामरिक बेस (Tactical Base) कारवार के दो दिवसीय दौरे पर गये हुए हैं. इस दौरान उन्होंने अंडर वाटर ऑपरेशनल तैयारियों से रूबरू होने के लिए उन्होंने अपने कुछ घंटे आईएनएस खंडेरी (INS Khanderi) में भी बिताए. रक्षामंत्री की ये पहली सी-सॉर्टी थी. इसके बाद वह फिर से बेस लौट आए.
इस दौरान उन्होंने उन्होंने नौसेना और उसकी क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि भारतीय नौसेना की गिनती आज दुनिया की फ्रंटलाइन नेवी में हो रही है लेकिन नौसेना की तैयारियों किसी के खिलाफ नहीं बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र के देशों की खुशहाली और शांति के लिए हैं.
नौसैनिकों से क्या बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ?कारवार में नौसैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने आज जो कुछ भी अनुभव किया उसके बाद मेरा भरोसा और भी पक्का हो गया है कि इंडियन नेवी एक ऐसी आधुनिक, सक्षम और भरोसेमंद फोर्स है जो हर स्थिति और परिस्थिति में सजग, पराक्रमी और विजय रहने में सक्षम है. रक्षा मंत्री ने कहा कि आज दुनिया की बड़ी-बड़ी मेरीटाइम फोर्सेज भारत के साथ काम करने और सहयोग करने को तैयार है.
रक्षा मंत्री का ये बयान ऐसे समय में आया है जब इसी हफ्ते जापान की राजधानी टोक्यो में क्वाड देशों के राष्ट्राध्यक्षों की अहम बैठक के बाद जारी साझा बयान में अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने भारत के साथ मिलकर चीन पर नकेल कसने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में फ्रीडम ऑफ नेवीगेशन का आह्वान किया है.
मेक इन इंडिया को लेकर क्या बोले रक्षामंत्री राजनाथ ?रक्षा मंत्री ने इस दौरान बताया कि इस समय भारतीय नौसेना के 41 युद्धपोतों का अलग-अलग शिपयार्ड में निर्माण चल रहा है. खास बात ये है कि इनमें से 39 स्वदेशी शिपयार्ड में बनाए जा रहे हैं. राजनाथ सिंह ने कहा कि आईएनएस खंडेरी देश के मेक इन इंडिया की रक्षा-क्षेत्र में निर्माण का एक शानदार उदाहरण है.
खंडेरी पनडुब्बी कलवरी (और स्कॉर्पीन) क्लास की दूसरी सबमरीन है जिसे सितंबर 2019 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था. इस पनडुब्बी का निर्माण भी बाकी पांच कलवरी क्लास की सबमरीन की तरह ही फ्रांस की मदद से मझगाव डाकर्याड में हुआ है. खंडेरी की कमिशनिंग के वक्त राजनाथ सिंह मुंबई में मुख्य-अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे.
आई.एन.एस. खंडेरी को लेकर क्या बोले रक्षा मंत्री ?इसके अनुभव के बारे में बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि आज मुझे 'आई.एन.एस. खंडेरी’जो कि एक इंडियन नेवी की ‘अटैक सबमरीन’ है उसमें ‘सार्टी’का मौका मिला. मैंने बहुत करीब से भारतीय नौसेना की अंडर वाटर ऑपरेशनल क्षमताओं को देखा.
राजनाथ सिंह के मुताबिक आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में आईएनएस विक्रांत विमानवाहक युद्धपोत कमीशनिंग के लिए तैयार हो रहा है. विक्रांत और आईएनएस विक्रमादित्य मिलकर भारत की मेरीटाइम सिक्योरिटी को और अधिक मजबूती देंगे.
क्या है प्रोजेक्ट सीबर्ड की स्थिति ?रक्षा मंत्री के मुताबिक भारतीय नौसेना ने हाल ही में जिस तेज गति से युद्धपोतों और पनडुब्बियों जैसे प्लेटफार्म को लांच किया है उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के कैंपेन को काफी मजबूती मिली है. आपको बता दें कि दो दिवसीय दौर पर कारवार आए हुए रक्षा मंत्री ने बताया कि शुक्रवार को उनका यहां पर आखिरी दिन था.
खंडेरी सबमरीन में सी-सोर्टी करने से पहले रक्षा मंत्री ने कारवार बीच (तट) पर नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार के साथ नौसैनिकों के योग कार्यक्रम में शामिल हुए. गुरुवार की शाम को रक्षा मंत्री कारवार पहुंच गए थे और वहां स्थित कर्नाटक नेवल एरिया में इंडियन नेवी के नौसैनिकों और उनके परिवारों से भेंट की थी. इसके अलावा कारवार में ‘प्रोजेक्ट सीबर्ड’ की भी ताजा स्थिति के बारे में अपडेट ली थी.