Coronavirus Vaccine: कोविड वैक्सीन को लेकर दवा नियामक प्राधिकरण (DPA) का एक्सपर्ट पैनल आज सीरम इस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute Of India) के आवेदन की समीक्षा करेगा. सीरम इस्टीट्यूट ने दो से सात साल और सात से 11 साल की उम्र के बच्चों को कोवोवैक्स (Covovax) के आपातकालीन इस्तेमाल (Emergency Use) की मंजूरी मांगी गई थी.


सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने 16 मार्च और 1 जून को सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह के समक्ष दो आवेदन किए थे. इसके बाद अप्रैल में अपनी पिछली बैठक में विशेषज्ञों के पैनल ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से सात से 11 साल के बच्चों पर कोवोवैक्स के आपातकालीन उपयोग की मांग करने के आवेदन को लेकर इससे जुड़े और अधिक डेटा मुहिया कराने की मांग की थी.  ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India) ने 28 दिसंबर को वयस्कों में आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दी थी. डीसीजीआई ने नौ मार्च को  कुछ शर्तों के साथ 12 से 17 वर्ष के आयु वर्ग को कोवोवैक्स के इस्तेमाल को लेकर भी अपनी मंजूरी दे दी थी. 


भारत में टीकाकरण अभियान


भारत में 16 मार्च को 12-14 आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकारण शुरू किया गया. कोरोना की रोकथाम के लिए देशभर में टीकाकरण अभियान की शुरुआत पिछले साल 16 जनवरी को हुई थी. इस अभियान के तहत टीकाकरण के पहले चरण में सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगया गया था. वहीं इसके बाद 2 फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई थी. 


कोविड-19 टीकाकरण के अगले चरण की शुरुआत पिछले साल 1 मार्च से की गई थी, 45 साल और उससे अधिक आयु के लोगों को कुछ विशेष परिस्थितियों में शामिल किया गया. भारत में साल 2021 में 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू हुआ था. इसके बाद पिछले साल 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वायरल बीमारी के खिलाफ टीकाकरण की अनुमति देकर अपने टीकाकरण अभियान का विस्तार करने का फैसला किया. टीकाकरण का अगला चरण 3 जनवरी से 15-18 आयु वर्ग के किशोरों के लिए शुरू हुआ. 10 जनवरी 2022 से स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और 60 और उससे अधिक आयु के लोगों को टीकों की एहतियाती खुराक (बूस्टर) देना शुरू किया.


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