नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तूफान यास से निपटने को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की हैं. पीएम मोदी ने इसको लेकर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों, टेलीकॉम, पावर, सिविल एविएशन, अर्थ साइंस मंत्रालयों के सचिवों के साथ एक बैठक की और तैयारियों पर चर्चा की. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए. 



दरअसल, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवात यास के उत्तर, उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है, जो 24 मई तक एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है और अगले 24 घंटों में बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. मौसम विभाग ने कहा कि 26 मई की सुबह तक पश्चिम बंगाल के पास बंगाल की उत्तरी खाड़ी और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटों तक पहुंच जाएगा.


नौसेना ने विमान और युद्ध पोत किए तैनात
बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती तूफान 'यास' के संभावित खतरे से निपटने के लिए भारतीय नौसेना ने अपने चार युद्धपोतों के अलावा कई विमानों को भी तैनात किया है. इस सप्ताह की शुरुआत में देश के पश्चिमी तट पर आए भीषण चक्रवात 'ताउते' के बाद भारतीय नौसेना ने बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान चलाया था. चक्रवात के कारण महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, कर्नाटक और गोवा में भारी तबाही हुई थी. नौसेना ने कहा कि तूफान के संभावित खतरे से निपटने के लिए बाढ़ राहत और बचाव की आठ टीमों के अलावा गोताखोरों की चार टीमों को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भेजा गया है.


चक्रवात से निपटने को तैयार तटरक्षक
भारतीय तटरक्षक देश के पूर्वी तट पर विकसित हो रहे चक्रवातीय तूफान ‘यास’ के कारण उत्पन्न हो सकने वाली संभावित चुनौतियों से निपटने की तैयारी में जुटे हैं. ईस्टर्न सीबोर्ड में तटरक्षक स्टेशन, जहाज और विमान हाई अलर्ट पर हैं.


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