नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में यास चक्रवात की आशंका से राज्य और स्थानीय प्रशासन के साथ साथ एनडीआरएफ, कोस्टगार्ड, नौसेना, वायुसेना और थलसेना भी पूरी तरह से अलर्ट पर हैं और प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए अपनी टीम तैनात करनी दी है.


ताजा जानकारी के मुताबिक, चक्रवात यास के खिलाफ एनडीआरएफ की अब कुल 113 टीमों को तैनात किया गया है‌‌.
पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में: 46
ओडिशा में: 52
अंडमान में: 01
आंध्रा में: 03
तमिलनाडु में: 03
एनडीआरएफ की 09 एसएआर यानी सर्च एंड रेस्क्यू टीम को स्टैंड बाय और बैकअप प्लान के लिए रखा गया है.


कोस्टगार्ड के जहाज और विमान पिछले तीन-चार दिनों से बंगाल की खाड़ी और पूर्वी तटों पर मछुआरों, बोट्स और कॉमर्शियल जहाजों को लाउड-स्पीकर के जरिए समंदर में ना जाने की अपील कर रही हैं. शनिवार को कोस्टगार्ड के सीनियर ऑफिसर्स ने सभी बंदरगाह, पोर्ट-ऑथॉरिटी, ऑयल-रिग्स मछुआरों की यूनियन के साथ वर्चुअल मीटिंग कर खतरे से आगाह किया और सभी संबंधित कर्मचारियों को सुरक्षित तटों पर पहुंचने का आह्वान किया है. कोस्टगार्ड ने 20 जहाज और 03 एयरक्राफ्ट्स को बंगाल की खाड़ी में तैनात किए हैं.


आपको बता दें कि यास तूफान 26 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में लैंडफाल करने की उम्मीद है. इन दोनों राज्यों के अलावा इस चक्रवाती तूफान का असर अंडमान निकोबार के उत्तरी क्षेत्रों और तमिलनाडु में भी होने की आशंका है. यही वजह है कि स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ सशस्त्र-सेनाएं भी पूरी तरह चौकस और तैयार हो गई हैं.


भारतीय नौसेना ने भी तूफान की आंशका को देखते हुए कमर कस ली है. नौसेना की विशाखापट्टनम स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय ने यास चक्रवात को देखते हुए कम से कम चार (04) युद्धपोतों को एचएडीआर यानि ह्यूमन अस्सिटेंस एंड डिजास्टर रिलीफ के लिए स्टैंड-बाय पर रख दिया है. इन जहाजों में मेडिकल टीम के साथ-साथ दवाईयां और दूसरे राहत और बचाव के सामान हैं.


इसके अलावा बंगाल और ओडिशा में नौसेना ने आठ (08) डाइविंग टीम अभी से तैनात कर दी हैं. विशाखापट्टनम स्थित आईएनएस डेका और चेन्नई स्थित आईएनएस राजाली एयरबेस पर हेलीकॉप्टर्स और टोही विमानों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि प्रभावित क्षेत्रों का एरियल-सर्वे के साथ साथ एयर-ड्रॉप के जरिए जरूरी सामान पीड़ित लोगों तक पहुंचाया जा सके. इसके अलावा हेलीकॉप्टर्स को कैजुअल्टी-इवेकुएशन के लिए भी तैयार रहने के आदेश दे दिए गए हैं.


वायुसेना के प्रवक्ता, विंग कमांडर आशीष मोघे के मुताबिक, एयरफोर्स का एक सी-17 ग्लोबमास्टर, एक आईएल-76, तीन सी-130 हरक्युलिस, चार एएन-32 और दो डोरनियर ट्रांसपोर्ट विमान यास तूफान से निपटने के लिए तैनात किए गए हैं. इसके अलावा 11 एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर, 07 एमआई17, 2 चेतक, 3 चीता और 2 एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर्स भी किसी भी तरह के चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं.   


थलसेना की कोलकता स्थित पूर्वी कमान ने अपने 17 कॉलम्स को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए तैनात किया है. इन कॉलम्स में सेना की इंजीनियरिंग कोर के सैनिकों के साथ बोट्स और दूसरे जरूरी उपकरण हैं.


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