चक्रवाती तूफान मोंथा ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तमिलनाडु के अलावा पूरे तेलंगाना राज्य में भयंकर तबाही मचाई है, जिसके कारण अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है. बता दें कि अकेले पुराने वारंगल जिले में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. इस भीषण प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है और कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. प्रशासन द्वारा मरने वालों की पहचान कर ली गई है.
मृतकों की हुई पहचानमृतकों में संपत (30), रामक्का (80), अनिल (30), कृष्णमूर्ति (70), नागेंद्र (56), श्रीनिवास (63), राजिता (35), सूरम्मा (72), प्रणय (30), कल्याण (25), श्राव्या (18), और सुरेश (34) शामिल हैं. एक अत्यंत दुखद घटना हनमकोंडा जिले के ईनवेलू से सामने आई है, जहां प्रणय और कल्याण नामक पति-पत्नी का जोड़ा बाढ़ के पानी में बह गया है. बता दें कि यह दंपति सिद्दीपेट जिले के अक्कन्नपेट की ओर वापस जा रहा था. इस दौरान अचानक ये लोग एक पुलिया के ऊपर से बह रहे तेज बहाव की चपेट में आ गए और पति-पत्नी दोनों पानी में बह गए. उनका अभी तक पता नहीं लग सका है.
रेलवे ट्रैक पर जलजमाव, यातायात ठप्पचक्रवाती तूफान मोंथा के कारण सड़कों और रेलवे ट्रैक पर जलजमाव हो गया है, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है. प्रशासन लगातार मुस्तैदी से जुटा हुआ है और बड़ी संख्या में लोगों को निचले इलाकों से निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है.
किसानों की करोड़ों रुपयों की फसलें बर्बाद आपदा राहत दल एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और अन्य बचाव दल लगातार राहत कार्यों में जुटे हुए हैं. इस चक्रवात के चलते राज्य में भारी बारिश हुई है. तेलंगाना के वारंगल, हनमकोंडा, सिद्दीपेट और अन्य जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. खेतों में भारी जलजमाव के चलते किसानों की करोड़ों रुपयों की फसलें बर्बाद हुई हैं. मोंथा तूफान के कारण दक्षिण भारत के राज्यों में भारी तबाही देखने को मिल रही है.
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