अहमदाबाद: मौसम विज्ञान विभाग द्वारा अगले कुछ दिनों में अरब सागर में चक्रवात का पूर्वानुमान जताये जाने के बाद गुजरात के मुख्मयंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को एक बैठक की और तटीय जिलों के अधिकारियों को चौकस रहने एवं जरूरी उपाय करने का निर्देश दिया. सरकार के एक मंत्री ने यह जानकारी दी.


गुजरात पर पड़ सकता है असर


अधिकारियों का अनुमान है कि, पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात उत्पन्न होने से सौराष्ट्र और दक्षिणी क्षेत्र समेत गुजरात के तटीय भागों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. हालांकि इस बात की तत्काल कोई चेतावनी नहीं है कि चक्रवात, यदि उत्पन्न होता है, तो गुजरात पर असर डालेगा.


गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा , ‘‘ संभावित चक्रवात, जिसका नाम तौकटे चक्रवात रखा गया है, के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये हैं.’’


सौराष्ट्र व कच्छ को प्रभावित कर सकता है


उन्होंने कहा कि ऐसा अनुमान है कि यदि चक्रवात उत्पन्न होता है तो वह गुजरात के सौराष्ट्र एवं कच्छ क्षेत्र को प्रभावित करेगा, ऐसे में मुख्यमंत्री ने प्रशासन को लोगों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य के राजस्व विभाग ने भी सभी संबंधित जिलाधिकारियों को कोविड-19 नियमों के अनुसार कदम उठाने का निर्देश दिया है.’’


मुख्यमंत्री ने तटीय जिलों के अधिकारियों को मौसम विज्ञान विभाग के अनुमान के मद्देनजर चौकस रहने को कहा है. मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि 14 मई की सुबह को दक्षिण-पूर्व अरब सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है और उसके दक्षिण पूर्व अरब सागर में उत्तरी -उत्तरी पश्चिमी दिशा में एवं लक्षद्वीप की ओर बढ़ने की संभावना है. उसके अनुसार 16 मई को पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात आ सकता है.


चेन्नई में भी अलर्ट जारी किया गया


इस बीच भारतीय तट रक्षक बल ने दक्षिण भारत के राज्य चेन्नई में मछुआरों को भी चेतावनी दी गई है. उन्हें समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है. रक्षा विभाग के पीआरओ ने जानकारी देते हुये कहा कि, अरब सागर में चक्रवाती तूफान की संभावना है.


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