Corona Cases In India: कोविड-19 के नए वेरिएंट जेएन.1 के मामले देश में तेजी से बढ़ रहे हैं. अब तक इस वेरिएंट के कुल 162 मामले सामने आ चुके हैं जिसमें केरल के अंदर सबसे अधिक केस देखने को मिले. शुक्रवार (29 दिसंबर) को अपडेट किए गए INSACOG के आंकड़ों के अनुसार, देश में कुल 162 मामलों का पता चला है, जिनमें से केरल में सबसे अधिक 83 मामले और इसके बाद गुजरात में 34 मामले सामने आए हैं.


कई राज्य पिछले कुछ हफ्तों में कोविड मामलों की संख्या में इजाफा बता रहे हैं और 9 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों ने अब तक वायरस के नए वेरिएंट की उपस्थिति का पता लगाया है. INSACOG के आंकड़ों से पता चला है कि दिसंबर में देश के अंदर दर्ज किए गए 145 कोविड मामलों में JN.1 की उपस्थिति थी, जबकि नवंबर में ऐसे 17 मामले सामने आए थे.


जेएन.1 के किस राज्य में कितने मामले?


INSACOG के मुताबिक, केरल में 83 मामले, गुजरात में 34 मामले, गोवा में 18 मामले, कर्नाटक में 8 मामले, महाराष्ट्र में 7 मामले, राजस्थान में 5 मामले, तमिलनाडु में 4 मामले, तेलंगाना में 2 और दिल्ली के अंदर 1 मामला. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जेएन.1 के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए एक अलग प्रकार के रूप में वर्गीकृत किया है, लेकिन कहा है कि यह कम वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है.


हालांकि हाल के सप्ताहों में कई देशों से JN.1 मामले सामने आते रहे हैं और वैश्विक स्तर पर इसका प्रसार तेजी से बढ़ा है. देश में कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि और सब वेरिएंट जेएन.1 का पता चलने के बीच केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निरंतर निगरानी बनाए रखने को कहा है.


क्यों बढ़ रहे जेएन.1 के मामले?


कोविड-19 के नए वेरिएंट जेएन.1 पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की पूर्व महानिदेशक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन का कहना है, “ये उसी ओमिक्रॉन परिवार से ताल्लुक रखता है लेकिन इसमें सर्टेन म्यूटेशन हैं जो इसे अधिक संक्रामक बनाता है. इसलिए इसे डब्ल्यूएचओ ने एक अलग प्रकार के रूप में वर्गीकृत किया है. हालांकि अब तक इसका पब्लिक हेल्थ रिस्क कम है क्योंकि वेक्सीन के कारण अब हम सब के पास इम्युनिटी है और ये इम्युनिटी अभी भी काफी मजबूत लग रही है.”


उन्होंने आगे कहा, “ये इम्युनिटी हम में से ज्यादातर लोगों को गंभीर रूप से बीमार होने से होने बचा रही है. अब हम जो देख रहे हैं वो संक्रमणों में वृद्धि है क्योंकि हाल ही के कुछ दिनों में टेस्टिंग, साथ ही जीनोमिक्स निगरानी बढ़ा दी गई है और जितनी हम टेस्टिंग करेंगे उतने ही केस हम पता लगा पाएंगे. इसीलिए देश में जेएन.1 के मामले ज्यादा आ रहे हैं.”


देश में कोरोना के मामले


स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार (29 दिसंबर) को कहा कि भारत में कोविड​​-19 के 797 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जो 225 दिनों में सबसे अधिक हैं. जबकि संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या 4,091 दर्ज की गई है. मंत्रालय की ओर से सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 24 घंटे दौरान कोविड की वजह से पांच नई मौतें हुईं जिसमें 2 केरल से और एक-एक महाराष्ट्र, पुडुचेरी और तमिलनाडु से.


5 दिसंबर तक हर दिन आने वाले मामलों की संख्या घटकर दोहरे अंक में आ गई थी, लेकिन नए वेरिएंट के सामने आने और ठंड के मौसम की स्थिति के बाद मामले फिर से बढ़ गए. साल 2020 में जब ये महामारी अपने चरम पर थी तब हर दिन लाखों की संख्या में केस सामने आते थे.


4 सालों में देश भर में 4.5 करोड़ से भी ज्यादा लोग संक्रमित हुए और 5.3 लाख से भी ज्यादा मौतें हुईं. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 4.4 करोड़ से अधिक है और देश में अब तक कोविड टीकों की 220.67 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं.


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