अहमदनगर: महाराष्ट्र में बच्चों के बीच तेजी से फैलते कोरोना ने हड़कंप मचा दिया है. अहमदनगर जिले में एक महीने में 9928 बच्चे कोरोना पॉजिटिव हुए हैं. ऐसे में सवाल यह पूछा जा रहा है कि क्या तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है.


अहमदनगर जिले के पारनेर तहसील में बने कोविड-19 सेंटर में 600 के करीब मरीज अपना इलाज करा रहे हैं. इनमें 28 बच्चे शामिल हैं. जिनकी उम्र 0 से 18 के बीच में है. इन्हीं में से एक हैं 5 साल के राजवर्धन कामले और उनका 3 साल का भाई हर्षवर्धन कामले. घर में पहले पिता संक्रमित हुए और फिर पूरा परिवार ही संक्रमित हो गया. पिता पुणे के हिंजेवादी MIDC कंपनी में काम करते है. उन्हें पहले बुखार आया तो जांच कराई, रिपोर्ट पॉजिटिव आई फिर बच्चों को बुखार आने लगा. सभी का टेस्ट कराया गया. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पिछले 6 दिनों से वे इस सेंटर में इलाज करा रहे हैं.


इस सेंटर में 1 साल की उम्र के चार बच्चे भी अपना इलाज करवा रहे हैं. इन्हीं में से एक है वेदांत निम्जे. वेदांत का पूरा परिवार कोरोना संक्रमित है. 6 दिनों से वेदांत इस सेंटर में इलाज करा रहे हैं. वेदांत की मां का कहना है कि वेदांत का बुखार 6 दिनों बाद भी कम नहीं हुआ है और इस बात ने परिवार में चिंता बढ़ा दी है.


प्रशासन ने शुरू की तैयारी 
अहमदनगर प्रशासन ने इस हालात से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. बच्चों के इलाज पर नजर रखने के लिए अलग से एक बोर्ड का गठन किया गया है. जिले के 25 ग्रामीण अस्पतालों में पीडियाट्रिक वार्ड बनाए जा रहे हैं. प्रशासन का कहना है कि बच्चों में संक्रमण बढ़ने की वजह पिछले दिनों शादी समारोह में बच्चों का हिस्सा लेना और खेलने के लिए घर से बाहर निकलना है. 


तीसरी लहर में बच्चों को बचाने की योजना बनाने में जुटी उद्धव सरकार को अहमदनगर की घटना ने हैरान कर दिया है. हालांकि बच्चों में संक्रमण तेजी से बढ़ा है लेकिन मृत्यु दर बच्चों में ना के बराबर है .


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