Coronavirus Vaccination Drive Live Updates: अब तक 1 लाख 65 हजार 714 लोगों को कोरोना का टीका लगा- स्वास्थ्य मंत्रालय

Corona Vaccination Drive India Live Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश में पहले चरण के कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की. आज तीन लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 (COVID-19 Vaccine) के टीके की खुराक दी जाएगी. कोरोना टीकाकरण अभियान का आगाज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब वैक्सीन आ गई है और बहुत कम समय में आ गई है.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 16 Jan 2021 07:08 PM
शनिवार शाम सात बजे स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेस में बताया कि देश भर में 3351 सेंटर्स पर कोरोना का टीका लगाया गया. कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों वैक्सीन लगाई गई. 1 लाख 65 हजार 714 लोगों को अब तक कोरोना का टीका लगा.
आज देशभर कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई. देर शाम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों संग वर्चुअल बैठक में पहले दिन के टीकाकरण अभियान पर चर्चा की.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा, "वैक्सीनेशन निश्चित रूप से हम सब के लिए कोविड के खिलाफ लड़ाई में एक संजीवनी के रूप में प्रस्तुत की गई है. कोरोना के खिलाफ लड़ाई के कदम और तेजी से आगे बढ़ेंगे ये हमें निश्चित नजर आता है."
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि मेडिकल वैक्सीन के साथ सोशल वैक्सीन भी बहुत ज़रूरी है. दुष्प्रचार से प्रभावित नहीं होना है. उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है. हर्षवर्धन ने बताया कि आज देश के कई बड़े डॉक्टरों ने कोरोना की वैक्सीन लगवाई है. हमें दवाई और कड़ाई दोनों का पालन करना है. हम सफलता की ओर बढ़ रहे हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ आज बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि राज्यों से मिला फीडबैक उत्साहवर्धक रहा है. इस दौरान उन्होंने कहा कि एक छोटा सा वर्ग वैक्सीन के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है और अफवाह फैला कर समाज को भ्रमित किया जा रहा.
आज शाम 6 बजे केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे. इस बैठक में आज हुए वैक्सीनेशन को लेकर चर्चा होगी.
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 167 बूथ पर वैक्सीन लगाई जाएगी. लोगों के अंदर बहुत उत्साह है, आपको मैं विश्वास दिलाता हूं जिस प्रकार से हमने कोरोना का मुकाबला किया उसी ढंग से वैक्सीन का काम भी अच्छे तरीके से पूरा होगा. घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
लखनऊ में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम लोगों के लिए खुशी की बात है कि वैक्सीनेशन का सिलसिला आज से शुरू हो गया है. हमने 2 स्वदेशी वैक्सीन बना ली हैं और 4 वैक्सीन और आने वाली हैं. ये वैक्सीन केवल भारतवासियों को ही नहीं लगाई जाएंगी बल्कि दुनिया के दूसरे देशों को भी जल्दी ही निर्यात की जाएंगी.
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, 'कई डॉक्टर्स ने सरकार के साथ कोवैक्सीन की प्रभावकारिता और सुरक्षा के संबंध में सवाल उठाए हैं और कहा है कि लोग यह नहीं चुन पाएंगे कि वे किस वैक्सीन को लेना चाहते हैं. यह सूचित सहमति के पूरे सिद्धांत के खिलाफ जाता है. अगर वैक्सीन इतनी सुरक्षित और विश्वसनीय है और वैक्सीन की प्रभावकारिता सवाल से परे है तो फिर यह कैसे हो सकता है कि सरकार में से किसी ने भी खुद को टीकाकरण के लिए आगे नहीं बढ़ाया है.'
एम्स अस्पताल में पहली वैक्सीन लगवाने वाले सफाई कर्मचारी मनीष कुमार ने कहा, 'मेरा अनुभव बहुत ही अच्छा रहा है, वैक्सीन लगने से मुझे कोई झिझक नहीं होगी और मैं अपने देश की और सेवा करता रहूंगा. लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है. मेरे मन में जो डर था वो भी निकल गया. सबको वैक्सीन लगवानी चाहिए.'
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी में देहरादून के राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस का वैक्सीनेशन शुरू हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा, 'उत्तराखंड में टीकाकरण की 33 सेशन साइट हैं और पहले चरण में हमारे 50,000 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगेगी.'
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने अपनी कंपनी के जरिए बनाई गई कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड का टीका लगाया.
टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत के मौके पर दिल्ली के एनएनजेपी अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''दिल्ली के 81 सेंटर्स पर आज 8100 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. मैं लोगों से अपील करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान ना दें. एक्सपर्ट ने बताया है कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित हैं.'' वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ''दिल्ली में आज से वैक्सीनेशन शुरू हुआ है. 81 केंद्रों पर यह वैक्सीनेशन एक साथ शुरू की गई है जिसमें ज़्यादातर अस्पताल हैं. एक केंद्र पर 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. कुल मिलाकर आज 8100 लोगों को वैक्सीन लगाने की योजना है.''
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई पहले ही जीत के रास्ते पर है और वैक्सीन को संजीवनी की तरह याद रखा जाएगा. ये (वैक्सीनेशन) एक बहुत बड़ी एक्सरसाइज है और ये कोरोना के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान है.
जम्मू कश्मीर में जम्मू मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया, 'यह ऐतिहासिक दिन है. उम्मीद है कि पहला चरण हम समय सीमा के भीतर पूरा कर लेंगे. जब दूसरा चरण शुरू होगा तो उसे भी पूरा करके स्वस्थ जम्मू कश्मीर बनाएंगे.'
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में आज से वैक्सीनेशन शुरू हुआ है. 81 केंद्रों पर यह वैक्सीनेशन एक साथ शुरू की गई है जिसमें ज्यादातर अस्पताल हैं. एक केंद्र पर 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. कुल मिलाकर आज 8100 लोगों को वैक्सीन लगाने की योजना है.
मुंबई के कूपर अस्पताल में महाराष्ट्र के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और शिवसेना नेता डॉ. दीपक सावंत और उनकी पत्नी को कोरोना का पहला टीका लगाया गया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, 'आज मैं बहुत खुश और संतुष्ट हूं. हम पिछले एक साल से पीएम के नेतृत्व में कोविड-19 के खिलाफ लड़ रहे हैं. यह वैक्सीन COVID-19 की लड़ाई में संजीवनी का काम करेगी.'
एम्स, दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी कोरोना की वैक्सीन ली है.
दिल्ली के एम्स में एक सफाई कर्मचारी मनीष कुमार COVID-19 वैक्सीन पाने वाला देश का पहला शख्स बन गया है. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मौजूद रहे.
देश में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है. इसके साथ ही एम्स, दिल्ली में देश का पहला कोरोना का टीका लग चुका है.
पीएम मोदी ने कहा है कि दवाई के साथ कड़ाई भी जरूरी है. पीएम मोदी ने कहा, 'मास्क, 2 गज की दूरी और साफ सफाई ये टीके के दौरान भी और बाद में भी जरूरी रहेंगे. टीका लग गया तो इसका अर्थ ये नहीं कि आप बचाव के दूसरे तरीके छोड़ दें. अब हमें नया प्रण लेना है- दवाई भी, कड़ाई भी.'
पीएम मोदी ने कहा कि 30 जनवरी को भारत में कोरोना का पहला मामला मिला लेकिन इसके दो सप्ताह से भी पहले भारत एक हाई लेवल कमेटी बना चुका था. 17 जनवरी 2020 वो तारीख थी, जब भारत ने अपनी पहली एडवायजरी जारी कर दी थी. भारत दुनिया के उन पहले देशों में से था जिसने अपने एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी. जनता कर्फ्यू, कोरोना के खिलाफ हमारे समाज के संयम और अनुशासन का भी परीक्षण था, जिसमें हर देशवासी सफल हुआ. जनता कर्फ्यू ने देश को मनोवैज्ञानिक रूप से लॉकडाउन के लिए तैयार किया.
पीएम मोदी ने बताया कि जब भारत में कोरोना पहुंचा तब देश में कोरोना टेस्टिंग की एक ही लैब थी. हमने अपने सामर्थ्य पर विश्वास रखा और आज 2300 से ज्यादा नेटवर्क हमारे पास है.
पीएम मोदी ने कहा कि हर हिंदुस्तानी इस बात का गर्व करेगा की दुनिया भर के करीब 60% बच्चों को जो जीवन रक्षक टीके लगते हैं, वो भारत में ही बनते हैं. भारत की सख्त वैज्ञानिक प्रक्रियाओं से होकर ही गुजरते हैं. भारतीय वैक्सीन विदेशी वैक्सीन की तुलना में बहुत सस्ती हैं और इनका उपयोग भी उतना ही आसान है. विदेश में तो कुछ वैक्सीन ऐसी हैं जिसकी एक डोज 5,000 हजार रुपये तक में हैं और जिसे -70 डिग्री तापमान में फ्रीज में रखना होता है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जब दोनों मेड इन इंडिया वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर आश्वस्त हुए, तभी उन्होंने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी. इसलिए देशवासियों को किसी भी तरह के प्रोपेगेंडा, अफवाहें और दुष्प्रचार से बचकर रहना है. भारत के वैक्सीन वैज्ञानिक, हमारे मेडिकल सिस्टम, भारत की प्रक्रिया की पूरे विश्व में बहुत विश्वसनीयता है. हमने ये विश्वास अपने ट्रैक रिकॉर्ड से हासिल किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संबोधन के दौरान भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से बीमार कई साथी अस्पताल से वापस घर ही नहीं लौटे हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दूसरे चरण में टीकाकरण अभियान को 30 करोड़ की संख्या तक ले जाना है. जो बुजुर्ग हैं, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इस चरण में टीका लगेगा. आप कल्पना कर सकते हैं, 30 करोड़ की आबादी से ऊपर दुनिया के सिर्फ तीन ही देश हैं. इनमें भारत के अलावा चीन और अमेरिका हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगनी बहुत जरूरी है. पहली और दूसरी डोज के बीच लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा. दूसरी डोज लगने के दो हफ्ते बाद ही शरीर में कोरोना के खिलाफ जरूरी शक्ति विकसित होगी.
पीएम मोदी ने कहा कि इतिहास में इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है. पीएम ने कहा कि दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है. वहीं भारत टीकाकरण के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि जिन लोगों को कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा रिस्क है उन्हें सबसे पहले टीका लगेगा. पीएम मोदी ने कहा कि पहले चरण में तीन करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगेगा. वहीं इसका खर्च भी भारत सरकार उठाएगी.
देश में आज कोरोना टीकाकरण अभियान का आगाज करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज के दिन का पूरे देश को बेसब्री से इंतजार रहा है. कितने महीनों से देश के हर घर में बच्चे, बूढ़े, जवान सभी की जुबान पर ये सवाल था कि कोरोना वैक्सीन कब आएगी. अब वैक्सीन आ गई है, बहुत कम समय में आ गई है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना टीकाकरण अभियान का आगाज कर दिया है.
विश्व के सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण के लिए तेलंगाना पूरी तरह से तैयार है, जहां सरकार के जरिए संचालित सुविधाओं में 4,000 स्वास्थ्यकर्मियों को शनिवार को वैक्सीन की पहली खुराक दी जाएगी. स्वास्थ्य अधिकारियों ने राज्य के सभी 33 जिलों में फैले 139 केंद्रों पर लाभार्थियों को टीकाकरण करने के लिए सभी व्यवस्थाएं की हैं. स्वास्थ्य मंत्री एटाला राजेंदर और चिकित्सा शिक्षा निदेशक रमेश रेड्डी हैदराबाद के गांधी अस्पताल में टीका प्राप्त करेंगे. राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई एस. निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनआईएमएस) में वैक्सीन रोलआउट कार्यक्रम में भाग लेंगे.
मुंबई के कूपर अस्पताल में टीकाकरण केंद्र तक COVID-19 वैक्सीन पहुंचने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने ताली बजाकर स्वागत किया.
आज से शुरू हो रही कोविड वैक्सीनेशन के लिए सेना को कुल 4000 वैक्सीन दी गई हैं. सबसे पहले लद्दाख में तैनात सेना के फ्रंटलाइन वर्कर्स यानि सैन्य-डाक्टर्स और पैरा-मेडिकल स्टाफ को वैक्सीन दी जाएगी. जानकारी के मुताबिक इन 4000 वैक्सीन में से कम से कम 3820 अकेले लद्दाख में तैनात सैनिकों (डॉक्टर्स इत्यादि) के लिए हैं. सूत्रों के मुताबिक वैक्सीनेशन का ये पहला चरण है. जैसे-जैसे सरकार से वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएगी, दू‌सरी कमांड में तैनात फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण का काम शुरू हो जाएगा. लेह में मिलिट्री हॉस्पिटल के अलावा हार्ट सेंटर (अस्पताल) में भी देशभर की तरह कोरोना वैक्सीन कार्यक्रम की शुरूआत हो जाएगी. इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है. करीब छह हजार वैक्सीन पहले चरण में इस सेंटर में लगाई जानी है.
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान 10:15 बजे हमीदिया अस्पताल पहुंचेंगे. भोपाल में हमीदिया अस्पताल से टीकाकरण की शुरुआत होगी. इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी मौजूद रहेंगे. सबसे पहले फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन लगेगी.
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, 'देश जानना चहता है कि देश के गरीब लोगों को सरकार फ्री में वैक्सीन देगी या नहीं, इसकी जानकारी पीएम मोदी लोगों को दें.'
मुंबई में आज 9 केंद्रों पर वैक्सीनेशन का काम शुरू किया जाएगा. जिसमें BKC सबसे बडा वैक्सीन सेंटर है. बीकेसी में आज एक दिन में 1000 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी.
छत्तीसगढ़ के रायपुर में डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल में भी वैक्सीन लगाने की तैयारी पूरी हो चुकी है. जिन स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगना है वो लोग काफी उत्साहित नजर आए. इनमें से ज्यादातर लोग कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित भी हो चुके हैं. अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को उम्मीद है कि वैक्सीन से उनके अंदर कोरोना का डर खत्म हो जाएगा. भीमराव अंबेडकर अस्पताल में सुबह से ही अधिकारी कर्मचारी पहुंच गए हैं. जिन्हें टीका लगाना है, वे सभी लोग अस्पताल पहुंच गए हैं.
मध्य प्रदेश में तैयारी पूरी है. भोपाल में पहला टीका जेपी अस्पताल के सुरक्षाकर्मी हरिदेव यादव को लगाया जाएगा. हरिदेव यादव आज प्रधानमंत्री मोदी से भी बात करेंगे.
उत्तर प्रदेश में टीकाकरण की तैयारियां पूरी हैं. पूरे उत्तर प्रदेश में 317 केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 31700 लोगों को आज वैक्सीन लगाई जाएगी. लखनऊ में कुल 12 केंद्र पर टीकाकरण होगा, जिसमें 8 सरकारी और 4 निजी अस्पताल शामिल हैं. वैक्सीन को इन अस्पतालों में पहुंचाया जा चुका है. लखनऊ के डफरिन अस्पताल में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण खत्म होते ही पहला टीका लगाया जाएगा. पहले टीके के लिए सफाईकर्मी संगीता वाल्मीकि को चुना गया है.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है, 'मुझे खुशी है कि भारत सरकार ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन को प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है. मैं आभारी रहूंगा अगर वे स्पष्ट कर सकते हैं कि इसका क्या मतलब है. क्या मुझे इसे लेना चाहिए? अभी तक मेरे पास कोई इमरजेंसी वाली स्थिति नहीं है, लेकिन एक वॉलेंटियर बनकर बहुत खुशी होगी.'
असम में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बताया कि 1.9 लाख स्वास्थ्यकर्मियों में से 6,500 को पहले दिन टीका लगाया जाएगा.
गुजरात के अहमदाबाद और गांधीनगर के सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों समेत कुछ अन्य लोगों को टीके की पहली खुराक दी जाएगी और अभियान के दौरान 16,000 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए जाएंगे.
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मुंबई में बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स में एक केंद्र से टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे. बीएमसी ने बताया कि मुंबई में नौ केंद्रों पर टीकाकरण होगा. पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने बताया कि टीकाकरण अभियान के पहले दिन शहर में 800 स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की खुराक दी जाएगी.
दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में एलएनजेपी अस्पताल में एक डॉक्टर, एक नर्स और एक सफाई कर्मचारी को कोविड-19 का टीका दिया जाएगा. राष्ट्रीय राजधानी में 81 केंद्रों पर कोविड-19 का टीकाकरण अभियान शुरू होगा.
राजस्थान में जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य सुधीर भंडारी को सबसे पहले टीके की खुराक दी जाएगी, जबकि मध्य प्रदेश में एक अस्पताल के सुरक्षा गार्ड और एक सहायक समेत अन्य लोग सबसे पहले टीका लेने वालों में शामिल होंगे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर विश्वास न करें. कई तरह की गलत जानकारियां देने का प्रयास हो रहा है. दोनों वैक्सीन हमारे वैज्ञानिकों ने तैयार की हैं, उन्हें वैज्ञानिक तरीके से जांचने के बाद ही आपातकालीन उपयोग के लिए स्वीकृति दी गई है.
केंद्र सरकार के मुताबिक सबसे पहले एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले करीब दो करोड़ कर्मियों और फिर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीके की खुराक दी जाएगी. बाद के चरण में गंभीर रूप से बीमार 50 साल से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा. स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम कर्मियों पर टीकाकरण का खर्च सरकार वहन करेगी. सारे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने टीकाकरण के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं.
कोविशील्ड और कोवैक्सीन की 1.65 करोड़ खुराकों में से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को डाटाबेस में उपलब्ध स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या के हिसाब से टीकों का आवंटन कर दिया गया है. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 10 प्रतिशत खुराकों को सुरक्षित रखने और एक दिन में एक सत्र में 100 लोगों के टीकाकरण के लिए कहा गया है. कोविड-19 महामारी, टीकाकरण की शुरुआत और कोविन सॉफ्टवेयर के संबंध सवालों के जवाब के लिए एक कॉल सेंटर-1075 भी बनाया गया है.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, 'स्पष्ट वर्गीकरण इसलिए किया गया है ताकि दोनों वैक्सीन आपस मे मिक्स-अप न हो. लाभार्थी को पहली डोज जिस वैक्सीन की लगी है, दूसरी डोज भी उसी वैक्सीन की लगे. जिस टीकाकरण केंद्र पर कोविशील्ड लगेगी, उस पर सिर्फ कोविशील्ड लगेगी और जिस पर कोवैक्सीन लगेगी वहां सिर्फ कोवैक्सीन ही लगेगी.' दिल्ली में आज जिन लोगों को सबसे पहले वैक्सीन दी जाने वाली है उसकी तैयारी पूरी हो चुकी हैं. इन लोगों को सूचित भी कर दिया गया है.
आज दिल्ली में कुल 85 जगहों पर टीकाकरण होने वाला है. यह तय किया गया कि 75 जगहों पर सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड वैक्सीन लगाई जाएगी. ये सभी दिल्ली सरकार के अस्पताल है या प्राइवेट अस्पताल हैं, जबकि बाकी भारत सरकार के 6 अस्पतालों में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन लगाई जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चरणबद्ध तरीके से प्राथमिकता समूह के लोगों को टीके की खुराक दी जाएगी. आईसीडीएस (एकीकृत बाल विकास सेवा) कर्मियों समेत सरकारी और निजी क्षेत्र में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को इस चरण में टीके दिए जाएंगे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ भारत का टीकाकरण अभियान दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा. उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टिट्यूट के जरिए विकसित ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के जरिए विकसित ‘कोवैक्सीन’, दोनों टीकों को सुरक्षा के मानकों पर सुरक्षित और असरदार पाया गया है और महामारी को रोकने में यह सबसे महत्वपूर्ण औजार है.
आज देश में कोविड-19 टीकाकरण की शुरुआत होगी. सुबह 10.30 बजे अभियान आरंभ होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक साथ पूरे देश में 3006 जगहों पर इस अभियान की शुरुआत करने वाले हैं.

बैकग्राउंड

नई दिल्ली: COVID-19 Vaccination, Coronavirus Vaccine India News Live Updates:: देश के लिए आज का दिन बहुत ऐतिहासिक है. आज कोरोना के खिलाफ देश को सबसे बड़ा हथियार मिलने वाला है. देश में आज दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है. पूरे देश में एक साथ टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो रही है और सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इसके लिए कुल 3006 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं.


 


हाल ही में देश में दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी गई है. अब भारत में पहले दिन तीन लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 के टीके की खुराक दिए जाने के साथ आज दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश में पहले चरण के कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की.


 


वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम होगा, जिसमें समूचे देश को शामिल किया जाएगा और जन भागीदारी के सिद्धांतों पर इसकी शुरुआत के लिए सारी तैयारियां हो चुकी हैं. इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान की तैयारियों की समीक्षा की और स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्माण भवन परिसर में बनाए गए विशेष कोविड-19 नियंत्रण कक्ष का जायजा लिया.

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