स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि आईसीएमआर ने कुछ आपूर्तियां प्राप्त करने के बाद क्षेत्रीय स्थितियों में इन किटों पर गुणवत्ता अध्ययन कराया. इसमें कहा गया, ‘‘इनके कामकाज के वैज्ञानिक आकलन के आधार पर खराब प्रदर्शन वाले ऑर्डर के साथ (वोंडफो के) विवादास्पद ऑर्डर को भी रद्द कर दिया गया है.’’
मंत्रालय ने कहा, ‘‘इस बात पर जोर दिया जाता है कि आईसीएमआर ने इन आपूर्तियों के संदर्भ में अब तक कोई भुगतान नहीं किया है. उचित प्रक्रिया (शत प्रतिशत अग्रिम राशि देकर खरीद नहीं करने की) का पालन करके भारत सरकार का एक भी रुपया नहीं जाएगा.’’कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि कोविड-19 के लिए रैपिड जांच किट की सरकार को आपूर्ति करते समय कुछ लोग मुनाफाखोरी में शामिल हैं. आईसीएमआर ने एक परामर्श में कहा कि अनेक राज्यों ने रैपिड एंटीबॉडी जांच किट खरीदी हैं और उनकी मांग पर आईसीएमआर ने भी स्पष्ट निर्देशों के साथ किट मुहैया कराई हैं कि इनका उपयोग केवल निगरानी के उद्देश्य से होना है.
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