नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल के मुताबिक दुनिया के कुछ देशों में कोरोना की तीसरी लहर आती दिखाई दे रही, लेकिन भारत में अभी हालात बेहतर और काबू में है. वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेताया कि कोरोना की तीसरी लहर को महज मौसम समाचार न समझें, तीसरी लहर प्रकृति से ज्यादा हमारी प्रवृति पर निर्भर है, क्योंकि केस कम हुए हैं खत्म नहीं. 


देश के अलग अलग हिस्सों से बाज़ारों में भीड़ और कोविड नियमों का पालन नहीं होने की तस्वीरें सामने आ रही हैं. ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना बढ़ सकती है. इसको लेकर लगातार स्वास्थ्य मंत्रालय चिंता जाहिर कर चुका है और चेतावनी भी दी है. इसी पर आज एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर न अपनाने पर लोगों को चेताया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि लोग तीसरी लहर को मौसम के अपडेट की तरह सामान्य रूप से ले रहे हैं. जबकि इसकी गंभीरता को समझना होगा. 


देश में कई जगहों, बाजारों और पर्यटन स्थलों पर लग रही भीड़ का और मास्क न पहने का जिक्र करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये बात कही. स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ तौर पर कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आएगी या नहीं ये प्रकृति से ज्यादा हमारी प्रवृति पर निर्भर करता है.


स्वास्थ्य मंत्रालय ने दुनिया के कुछ देश जैसे यूके, रशिया, बांग्लादेश और इंडोनेशिया का उदारहण दिया, जहां केस एक बार फिर बढ़ रहे हैं. वहीं, दुनिया के कई देशों में कोरोना के केस बढ़ने से संक्रमण के केस बढ़े हैं.


फिलहाल भारत में अभी दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है, लेकिन हालात पहले से बेहतर हैं. नए मामलों और संक्रमण दर यानी केस पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है. वहीं देश में संक्रमण से ठीक होने की दर यानी रिकवरी रेट 97 फीसदी से ज्यादा है, जबकि मृत्यु दर 1.33 फीसदी है. इसलिए सावधानी बहुत जरूरी है, क्योंकि केस कम हुए हैं खत्म नहीं. 



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