नई दिल्ली: देश में कोरोना के नए मामले फिर से लगातार बढ़ने लगे हैं. पिछले करीब डेढ़ महीने में संक्रमण की दर में बढोतरी देखी जा रही है. दोबारा हो रही इस बढोतरी पर सरकार की चिंता बढ़ती जा रही है. नीति आयोग के सदस्य और खुद पेशे से चिकित्सक डॉ वी के पॉल ने लोगों को आने वाले सम्भावित ख़तरे से आगाह किया है. कोरोना पर स्वास्थ्य मंत्रालय की साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए डॉ पॉल ने कहा कि कोरोना के हालात बद से बदतर हालत में बदलते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये बेहद चिंता का विषय है.


डॉ पॉल ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए पहले की तरह ऐहतियात बरतने की ज़रूरत है. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया तो हालात और ख़राब हो सकते हैं. डॉ पॉल ने साफ साफ कहा कि अभी कोरोना के मामले भले ही कुछ ही राज्यों में बढ़ रहे हैं, लेकिन ऐहतियात नहीं बरता गया तो ख़तरा पूरे देश के लिए हो सकता है.


प्रेस कांफ्रेंस में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश के जिन 10 ज़िलों में सबसे ज़्यादा मामले आए हैं उनमें पुणे, मुम्बई, नागपुर, ठाणे, नासिक, औरंगाबाद, नांदेड़, दिल्ली, बंगलुरू शहरी और अहमदनगर शामिल हैं. इनमें सबसे ज़्यादा 8 ज़िले महाराष्ट्र से हैं.


पिछले हफ़्ते कोरोना पॉजिटिविटी दर की साप्ताहिक राष्ट्रीय औसत 5.65% रही, हालांकि कुछ राज्यों में ये आंकड़ा राष्ट्रीय औसत से ज्यादा रहा.


जबकि महाराष्ट्र : 23%
पंजाब : 8.82%
छत्तीसगढ़ : 8%
मध्य प्रदेश : 7.82%
तमिलनाडु : 2.50%
कर्नाटक : 2.45%
गुजरात : 2.2%
दिल्ली : 2.04%


देश में फिर बढ़ रहा कोरोना का ग्राफ, इन 10 ज़िलों में हैं संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले