नई दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों ने लॉकडाउन लगाने का एलान किया है. पूर्वोत्तर राज्यों में बढ़ते कोरोना मामलों ने राज्य सरकारों के साथ केंद्र सरकार को भी चिंता में डाला है. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक कोरोना के लगभग 80 फीसदी मामले 90 जिलों से देखे आ रहे है और उनमें से 14 जिले उत्तर पूर्व के हैं. देश के 73 जिले जिनमें सकारात्मकता दर 10 फीसदी से अधिक है, उनमें 46 जिले पूर्वोत्तर राज्यों के थे.


कोरोना के मामलों में स्थिति और खराब ना हो इसके मिजोरम की राजधानी आइजोल में आज से 7 दिन का पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है. मिजोरम में संक्रमण के मामले अप्रैल में जहां औसतन रूप से 55 थे, वहीं ये मई में बढ़कर 202 हो गए और जुलाई के पहले हफ्ते में 381 तक तक पहुंच गए थे.


मिजोरम में दो सप्ताह पहले ही प्रतिबंधों में छूट दी गई थी जिसके बाद कोरोना के मामलों में अचानक से बढ़ोत्तरी हुई. मिजोरम की तरह ही मणिपुर में आज से 10 दिनों के लिए कोविड कर्फ्यू लगाया गया है. कुछ आवश्यक सेवाओं में छूट के साथ आज से 27 जुलाई तक पूरे राज्य में कर्फ्यू लगाया गया है. पूर्वोत्तर के राज्यों को कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से बचाने के लिए अभी से सतर्कता आने वाले दिनों में राहत भरी खबर तो लाएगी. साथ ही कोरोना के बढ़ते मामलों को समय रहने रोकने में मददगार साबित होगी.


पूर्वोत्तर राज्यों से पीएम मोदी ने की ढील ना देने की अपील
पूर्वोत्तर राज्यों के आठ मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी की तीसरी लहर से लड़ने के लिए हमें टीकाकरण अभियान को लगातार बढ़ाते रहने की जरूरत है. मोदी ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर रोकने के लिए लोगों से कोविड नियमों से समझौता नहीं करने की अपील की. बैठक में असम, नगालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और अन्य लोग शामिल हुए.


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