शियामेन: चीन के शियामेन शहर में चल रहे पांच देशों के ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास के कार्यों के लिए नई पहल की जरूरत और आपसी सहयोग पर जोर दिया है. पीएम मोदी ने कहा है कि विकास के काम के लिए नई पहल की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आपसी सहयोग से ही विकास होगा.


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ब्रिक्स रेटिंग एजेंसी के जल्द गठन पर जोर- मोदी

पीएम मोदी ने इस सम्मेलन में विकासशील देशों की सरकारी और निजी इकाइयों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए ब्रिक्स रेटिंग एजेंसी के जल्द गठन पर जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘’हम गरीबी के उन्मूलन के लिए, स्वास्थ्य, स्वच्छता, कौशल, खाद्य सुरक्षा, लैंगिक समानता, ऊर्जा और शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड में हैं.’’

ब्रिक्स देश सौर ऊर्जा एजेंडे को मजबूत करने के लिए करेंगे मिलकर काम- मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘’ब्रिक्स ने अनिश्चितता की ओर बढ़ते विश्व में सहयोग, स्थिरता और विकास के लिए एक जीवंत खाका तैयार किया है.’’  उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिक्स देश सौर ऊर्जा एजेंडे को मजबूत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के साथ मिलकर काम कर सकते हैं.’’

ब्रिक्स देशों ने कर्ज देने शुरू किए- मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स देशों ने पहली बार कर्ज देने शुरू कर दिए हैं. बता दें कि मोदी की कल शी के साथ एक द्विपक्षीय बैठक भी होने वाली है.

डोकलाम विवाद के बाद पहली मुलाकात

विवादित डोकलाम इलाके में भारत और चीन के बीच दो माह तक चले गतिरोध के बाद दोनों देशों ने 28 अगस्त को अपने अपने सीमाई सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया था जिसके बाद पहली बार ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं की मुलाकात हो रही है.

सम्मेलन के लिए यहां आए नेता एक पूर्ण सत्र में भी हिस्सा लेंगे जहां वे प्रमुख क्षेत्रों में ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे. इसके अलावा ये नेता, वैश्विक अर्थव्यवस्था और चुनौतियों सहित महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी मंथन करेंगे. शिखर सम्मेलन श्यामन घोषणापत्र को मंजूरी मिलने के साथ ही संपन्न हो जाएगा. यह घोषणापत्र सम्मेलन में हुए विचार विमर्शों और भावी रूपरेखा की झलक पेश करेगा.