Congress Working Committee: कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अपनी टीम में बदलाव किया है और उसे बढ़ाया है. चुनावी रणनीति को लेकर तमाम तरह के फैसले लेने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) में हर तरह के समीकरणों को साधने की कोशिश की गई है. जहां पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को कमेटी में शामिल किया गया है, वहीं गांधी परिवार के करीबियों का भी खास खयाल रखा गया है. वर्किंग कमेटी में युवा नेताओं की हिस्सेदारी से लेकर जातीय समीकरण को भी साफ तौर पर देखा जा सकता है. 


नई टीम के साथ उतरने की तैयारी
कांग्रेस की वर्किंग कमेटी में जो बदलाव हुए हैं, उनमें पार्टी के वरिष्ठ नेता, पार्टी के युवा नेता और जमीनी तौर पर काम करने वाले नेताओं को साधा गया है. पार्टी अपनी इस नई और तमाम कॉम्बिनेशन वाली टीम के साथ 2024 के चुनावी रण में उतरने की तैयारी कर रही है. इसे कांग्रेस की नई शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का अहम रोल है. 


कांग्रेस ने साधा जातीय समीकरण?
कांग्रेस ने इसी साल छत्तीसगढ़ के रायपुर में अपना 85वां राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया था, जिसमें पार्टी की स्टीयरिंग कमेटी के तमाम नेता पहुंचे थे. 24 से 26 फरवरी तक होने वाले इस अधिवेशन में तमाम विषयों पर चर्चा हुई. अधिवेशन के बाद बताया गया कि पार्टी में हर जाति और वर्ग के नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी. जिसकी तस्वीर अब कांग्रेस वर्किंग कमेटी में नजर आई है. इससे पहले पिछले साल उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में भी यही बात कही गई थी.


कांग्रेस वर्किंग कमेटी में मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले शशि थरूर को जगह देकर ये मैसेज दिया गया कि पार्टी में लोकतंत्र जिंदा है, साथ ही किसी भी बड़े नेता को नाराजगी दिखाने का मौका नहीं दिया गया. अब जातीय समीकरण की बात करें तो छ: ओबीसी, नौ एससी और महेंद्रजीत मालवीय जैसे आदिवासी चेहरे को नई टीम में जगह दी गई है. पार्टी ने उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में दिए गए सुझावों पर मुहर लगाई, जिसमें कहा गया था कि कमेटी में 50 फीसदी नेता 50 साल की उम्र से कम और एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक होंगे. 


कांग्रेस की 84 सदस्यों की टीम
कांग्रेस की इस नई टीम में 39 परमानेंट मेंबर, 32 परमानेंट इनवाइटी और 13 स्पेशल इनवाइटी शामिल हैं. कुल 84 नेताओं को मिलाकर कांग्रेस ने अपनी ये नई टीम तैयार की है. हालांकि 39 सदस्यीय परमानेंट मेंबर्स में से सिर्फ तीन ही 50 साल की उम्र से कम हैं. जिनमें सचिन पायलट, गौरव गोगोई और कमलेश्वर पटेल शामिल हैं. 


नई टीम में कांग्रेस की यूथ ब्रिगेड 
अब कुल 84 नेताओं की इस नई टीम में युवा नेताओं को भी खूब जगह मिली है. पार्टी ने राजस्थान चुनाव से ठीक पहले नाराज चल रहे युवा नेता सचिन पायलट को वर्किंग कमेटी में जगह दी है, वहीं बाकी युवा नेताओं में गौरव गोगोई, जितेंद्र सिंह, अलका लांबा, नासिर हुसैन, सुप्रिया श्रीनेत, यशोमति ठाकुर और प्रणिति शिदें जैसे नाम शामिल हैं. 


नाराज गुट को भी किया खुश
कांग्रेस नेतृत्व को लेकर लगातार सवाल उठाने वाले नाराज गुट को जी-23 ग्रुप के नाम से जाना जाता है, हालांकि पिछले कुछ महीनों से इसके तमाम नेताओं ने किसी भी तरह के बगावती सुर नहीं दिखाए हैं. कांग्रेस ने इस गुट के तमाम बड़े नेताओं को वर्किंग कमेटी में शामिल किया है, जिसके बाद कहा जा रहा है कि पार्टी पिछले तमाम गिले-शिकवे मिटाकर नई शुरुआत करने की कोशिश कर रही है. इन नेताओं में आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, मुकुल वासनिक, शशि थरूर और वीरप्पा मोइली जैसे नाम शामिल हैं. 


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