Congress Protest: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से गुरुवार 21 जुलाई को ED ने नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर पूछताछ की. इसे लेकर कांग्रेस ने देशभर में प्रदर्शन किया. पूछताछ से पहले कांग्रेस ने इस मसले पर विपक्ष की तमाम पार्टियों से सहयोग मांगा था. सोनिया गांधी से एक दिन पहले हुई ED कार्यालय में पूछताछ से पहले संसद में विपक्षी दलों की बैठक भी हुई थी, लेकिन इस बैठक में लेफ्ट के नेताओं ने ED के प्रति दोहरे रुख़ को लेकर कांग्रेस से सवाल किए थे.  


बैठक में लेफ्ट ने उठाए ये सवाल
एबीपी न्यूज़ को सूत्रों से मिली Exclusive जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी से हुई पूछताछ से पहले गुरुवार सुबह हुई संसद में विपक्षी दलों की बैठक में लेफ्ट के नेताओं ने कांग्रेस से कहा कि वो ED के प्रति केंद्र में कुछ और केरल में कुछ और रुख नहीं रख सकते. लेफ्ट नेताओं का कहना था कि केन्द्र में जब सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ED पूछताछ कर रही है तो कांग्रेस विरोध कर रही है और सभी विपक्षी दलों का समर्थन मांग रही है, लेकिन वही कांग्रेस केरल में गोल्ड स्मगलिंग मामले में मुख्यमंत्री पिनरई विजयन पर लगाए गए आरोपों पर ED और CBI की जांच के पक्ष में मुख्यमंत्री के खिलाफ़ सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है. ये दोहरा मापदंड ठीक नहीं. 


जरूरी बात है कि गुरुवार को ही केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने विधानसभा में सोनिया गांधी से ED की पूछताछ के हवाले से तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अब सच्चाई का पता चल रहा है जब खुद कांग्रेस अध्यक्ष से पूछताछ हो रही है. 


सीएम पिनरई विजयन और परिवार पर लगे आरोप
असल में केरल में स्वपना सुरेश नाम की एक महिला ने आरोप लगाया था कि गोल्ड और डॉलर स्मगलिंग मामले में सीधे मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं. स्वपना सुरेश केरल में एक देश के Consulate में काम किया करती थी और उस पर गोल्ड स्मगलिंग के आरोप लगे थे. ये मामला विधानसभा चुनाव से पहले पिनरई विजयन की पिछली सरकार के वक्त सामने आया था, लेकिन तब स्वपना सुरेश ने मुख्यमंत्री पर कोई आरोप नहीं लगाए थे. स्वपना सुरेश ने ये आरोप विधानसभा चुनाव में लेफ्ट की जीत के बाद नए सिरे से लगाए.


इस पूरे मामले की जांच ED और CBI के पास है. ऐसे में कांग्रेस केरल में लगातार सड़क पर उतरकर पिनरई विजयन के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रही है, लेफ्ट का कहना है कि ये ED की कार्रवाई का समर्थन करना है. लिहाज़ा लेफ्ट से समर्थन मांगते वक्त कांग्रेस को ये तय करना होगा कि ED को लेकर कांग्रेस दोहरे मापदंड नहीं रख सकती.


अहम बात ये है कि विपक्ष की इस बैठक में कांग्रेस से वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी महासचिव और सांसद जयराम रमेश मौजूद थे.


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