Shashi Tharoor ABP News Exclusive: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर चुके वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने अपने इरादे साफ करते हुए कहा कि अब आलाकमान की एक्सपायरी डेट आ चुकी है. एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में गांधी परिवार के भविष्य और 2024 के चेहरे समेत तमाम मुद्दों पर थरूर ने अपने ही अंदाज में बेबाकी से जवाब दिए. थरूर ने पार्टी आलाकमान पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि अब वक्त आ गया कि पार्टी के फैसले ऊपर से नहीं बल्कि नीचे से लिए जाएं. पहले हर फैसला ऊपर से होता था, जो सही नहीं था. 


क्यों लड़ रहे हैं अध्यक्ष का चुनाव?
शशि थरूर से जब पूछा गया कि आखिर वो अध्यक्ष का चुनाव लड़ क्यों रहे हैं? इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि हमारी पार्टी में चुनाव होना भारत के लोकतंत्र के लिए काफी अच्छा है. ये कोई दुश्मनों की लड़ाई नहीं है, हमने साथ में काम किया है. अच्छे माहौल में सब मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. भारत में मजबूत विपक्ष की जरूरत है. हमारा उद्देश्य चुनाव जीतने का है, जब सरकार जिस तरह की बुलडोजर राजनीति कर रही है तो लोकतंत्र के लिए मजबूत विपक्ष का होना बेहद जरूरी है. 


थरूर ने कहा कि हमें अपने वोटर्स को वापस लेना है, ऐसा नहीं है कि सभी कट्टर हिंदूवादी बन गए हैं और बीजेपी को ही वोट देंगे. कई लोग बीजेपी से असंतुष्ट हैं, वो देखना चाहते हैं कि कांग्रेस कामयाब है या नहीं. मैं दिखाना चाहता हूं कि कांग्रेस में बदलाव आए. 


जी-23 गुट पर दिया जवाब
थरूर से जब जी-23 यानी कांग्रेस के नाराज गुट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ऐसा कोई संगठन नहीं था. ये माध्यमों के मन में है. कांग्रेस के सीनियर नेताओं ने एक चिट्ठी लिखी थी. जो भी लोग दिल्ली में थे उन्होंने उस चिट्ठी पर हस्ताक्षर किए थे. उस वक्त 23 लोग ही दिल्ली में थे, इसलिए इसे जी-23 कहा जाता है. थरूर ने कहा कि कई लोग कांग्रेस छोड़कर चले गए हैं. मैंने हमेशा से ही कांग्रेस आलाकमान को कई सुझाव दिए और कहा कि हमारी पार्टी के अंदर रिफॉर्म की जरूरत है. मैंने जी-23 से पहले भी सवाल उठाए थे. 



थरूर ने कहा कि जब इतने लोग पार्टी छोड़कर जा चुके हैं तो नए मॉडल को लागू करने का वक्त आ गया है. इसमें ग्राउंड पर लोगों को ताकत देनी होगी. उन्हें तय करने दीजिए कि उनका भविष्य क्या होगा. मेलजोल बढ़ना चाहिए और कार्यकर्ताओं की शिकायतों को सुना जाना चाहिए. जब भी ऊपर से कोई बड़ा फैसला लिया जाए, उस पर पहले चर्चा होनी चाहिए. 


कांग्रेस को रिवाइव करने का क्या है प्लान?
जब एबीपी न्यूज़ की तरफ से शशि थरूर से पूछा गया कि अगर वो 19 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीत जाते हैं तो कैसे कांग्रेस पार्टी को रिवाइव करने का काम करेंगे. इस पर थरूर ने कहा कि पार्टी के अंदर डी-सेंट्रलाइजेशन की जरूरत है. पार्टी में सालों से आदत है कि दिल्ली में सारी चीजें तय हो जाती हैं. पार्टी ब्लॉक, जिला और राज्यों में होती है. वहां पार्टी मजबूत होनी चाहिए. पार्टी में नीचे किसी को अधिकार नहीं है और ऊपर सभी फैसलों के अधिकार हैं. राज्यों पर छोड़ना चाहिए कि वो अपना काम करें. आजकल जिला कांग्रेस अध्यक्षों का नाम भी दिल्ली से तय होता है, इसका अधिकार राज्य के पदाधिकारी को होना चाहिए. 


सोनिया और राहुल से क्या हुई बात?
शशि थरूर ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद नामांकन को लेकर कहा कि उन्होंने चुनाव को अच्छा बताया. सोनिया ने कहा कि हम किसी को समर्थन नहीं देने वाले हैं, गांधी परिवार पूरा न्यूट्रल रहेगा. उन्होंने मुझे कहा कि आप आगे बढ़िए. इसके बाद मेरी प्रियंका और राहुल जी से भी बात हुई. राहुल जी ने मुझे कहा कि मैं 10 साल से कह रहा हूं कि पार्टी में चुनाव होना चाहिए, अब मैं खुश हूं कि हो रहा है, आप आगे बढ़िए.