नई दिल्ली: बीजेपी प्रमुख अमित शाह द्वारा महात्मा गांधी को ‘चतुर बनिया’ बताने के मुद्दे ने आज एक राजनीतिक विवाद को हवा दे दी और विपक्ष ने शाह पर हमला बोलते हुए उन्हें ‘‘सत्ता का व्यापारी’’ करार दिया. इसके साथ ही विपक्ष ने मांग की कि राष्ट्रपिता के अपमान के लिए शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए.
बीजेपी-आरएसएस के वास्तविक विचार का खुलासा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान को दुर्भाग्यपूर्ण, गैरजरूरी और अनैतिक बताया. वहीं भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने अपमानजनक टिप्पणी के लिए शाह से माफी मांगने को कहा. तो वहीं माकपा के पूर्व महासचिव प्रकाश करात ने कहा कि शाह ने महात्मा गांधी के बारे में बीजेपी-आरएसएस के वास्तविक विचार का सिर्फ खुलासा किया है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पूछा, ‘‘जातिवाद से लड़ने के बजाय उन्होंने (बीजेपी ने) राष्ट्रपिता की ही जाति बताना शुरू कर दिया. इससे सत्तारूढ़ दल और उसके अध्यक्ष का चरित्र और विचारधारा का पता चलता है. ऐसे लोग देश को कहा ले जाएंगे.’’ उन्होंने मांग की, ‘‘अमित शाह, बीजेपी एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को स्वतंत्रता आंदोलन का अपमान करने के लिए देश, स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों तथा प्रत्येक नागरिक.. और राष्ट्रपिता से माफी मांगनी चाहिए.’’
खुद सत्ता के व्यापारी हैं BJP अध्यक्ष अमित शाह
आपको बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष शाह ने कल रायपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए महात्मा गांधी को ‘‘चतुर बनिया’’ बताया था. शाह ने यह भी कहा था कि कांग्रेस कभी सिद्धांतों पर आधारित पार्टी नहीं थी. यह स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए महज एक ‘‘विशेष मकसद वाला उपक्रम’’ थी.
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘अमित शाह स्वयं सत्ता के व्यापारी हैं और आज कह रहे हैं कि स्वतंत्रता आंदोलन एक बिजनेस मॉडल है. पर सच्चाई यह है कि ब्रिटिशरों ने आरएसएस एवं हिन्दू महासभा का इस्तेमाल देश के विभाजन के लिए एक विशेष उपक्रम के रूप में किया था.’’ भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के प्रमुख होने के नाते शाह को महात्मा गांधी जैसे कद के नेता के बारे में टिप्पणी करते समय अपनी भाषा का ध्यान रखना चाहिए.
राजा ने कहा, ‘‘जब वह कांग्रेस या अन्य विपक्षी दलों की (राजनीतिक परिचर्चा में) आलोचना करते हैं तो हमें कोई समस्या नहीं है. लेकिन महात्मा गांधी का नाम घसीटना, ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना उनका अपमान है.’’
अमित शाह पहुंचे घासीदास बाबा की तपोभूमि
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध संत गुरू घासीदास बाबा की तपोभूमि का दौरा किया और वहां पूजा अर्चना की. शाह शहीद वीरनारायण सिंह की जन्म स्थली सोनाखान भी गए थे. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय प्रवास के अंतिम दिन आज मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ राज्य के महान समाज सुधारक गुरू घासीदास बाबा की जन्म स्थली और तपोभूमि गिरौदपुरी धाम में पूजा अर्चना की. वहां उन्होंने जैतखाम का भी अवलोकन किया.
इस दौरान शाह ने कहा कि यह विशाल जैतखाम गुरू घासीदास बाबा के सत्य, अंहिसा और परोपकार के प्रेरक उपदेशों आधारित जीवन-दर्शन के प्रति देश और दुनिया की आस्था का प्रमुख केंद्र है. शाह ने वास्तुकला की दृ़ष्टि से इसके निर्माण की भी प्रशंसा की. राजधानी रायपुर से लगभग 130 किलोमीटर दूर बलौदाबाजार जिले में स्थित गिरौदपुरी धाम सतनामी समाज के संत गुरू घासीदास बाबा की जन्म स्थली है. यहां 253 फुट उंचा जैतखाम का निर्माण किया गया है. यह धाम सतनामी समाज का प्रमुख तीर्थस्थल है.
शहीद वीरनारायण सिंह की जन्म स्थली सोनाखान का भी किया दौरा
सतनामी समाज के इस तीर्थस्थल में शाह के दौरे को महत्वूपूर्ण माना जा रहा है. राज्य में 12 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जाति की है और वह यहां सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं. राज्य में साल 2013 में हुए विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 10 सीटों में से नौ सीटों पर विजय हासिल की थी.
शाह ने आज शहीद वीरनारायण सिंह की जन्म स्थली सोनाखान का भी दौरा किया. सोनाखान पहुंचने पर शाह और मुख्यमंत्री रमन सिंह ने वीरनारायण सिंह की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी. इस दौरान शाह ने कहा, ‘सोनाखान की शौर्यभूमि हर देशभक्त के लिए वंदनीय है. यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे छ}ाीसगढ़ के वनांचल की एक ऐसी जगह पर आने का मौका मिला, जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीरनारायण सिंह की जन्म और कर्मभूमि भी है.’
अंग्रेजों के खिलाफ आजादी के आंदोलन में ऐतिहासिक योगदान
शाह ने कहा कि वीरनारायण सिंह ने सन 1857 में देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आजादी के आंदोलन में अपना ऐतिहासिक योगदान दिया और शहीद हो गए. उन्होंने संपन्न लोगों के गोदाम से अनाज निकलवा कर गरीबों को दिलवाया. आजादी के संघर्ष के लिए उनका योगदान इतिहास में अमर हो गया.
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि अमर शहीद वीरनारायण सिंह ने देशवासियों में राष्ट्रप्रेम और गरीबों की सेवा की ऐसी ज्योत जलायी जो सबके लिए प्रेरणादायक है. इस दौरान मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सोनाखान में शहीद वीर नारायण सिंह की आदमकद कांस्य प्रतिमा लगवाने की घोषणा की. इस अवसर पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, रमन मंत्रिमंडल के सदस्य और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे.