Kachchatheevu Island: श्रीलंका और तमिलनाडु के बीच कच्चातिवु द्वीप मौजूद है, जिसे लेकर इन दिनों राजनीति काफी गरमाई हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (31 मार्च) को उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुई रैली में कहा कि कांग्रेस ने सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण कच्चातिवु द्वीप को फालतू बताकर मां भारती का एक अंग काट दिया था. इसके जवाब में कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने सोमवार (1 अप्रैल) को कहा कि बीजेपी को पहले अपने दामन में झांकना चाहिए.

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दरअसल, पीएम मोदी के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा कि कच्चातिवु का मुद्दा अचानक से सामने नहीं आया है. ये एक जीवंत मुद्दा रहा है. संसद में भी इस पर बहस हो चुकी है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और डीएमके ने इस मुद्दे पर ऐसा रुख अपनाया, जैसे उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है. तत्कालीन प्रधानमंत्रियों ने भारतीय क्षेत्र के प्रति उदासीनता दिखायी. ऐसा लगता है कि उन्हें कोई परवाह ही नहीं थी. अब हम इस पर समाधान ढूंढ रहे हैं. 

'बांग्लादेश को दिए 10 हजार एकड़ का कब देंगे जवाब?'

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वहीं, बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर पलटवार करते हुए कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश को 10000 एकड़ का जवाब कब देंगे. उन्होंने कहा, "लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही गवाह है. अभी भारत और बांग्लादेश के बीच वार्ता हुई थी. क्या आपने (बीजेपी) 7000 एकड़ जमीन के बदले 17,000 की भूमि उन्हें नहीं सौंपी? ये 10,000 एकड़ का जवाब कब देंगे आप? पहले अपने दामन में झांकें."

तमिल भाषा के खिलाफ बोलने पर नहीं हुई पीड़ा: प्रमोद तिवारी

कांग्रेस नेता ने आगे कहा, "इतिहास में क्या हुआ, इसका जवाब कई चुनाव में जनता दे चुकी है. आज आपको तमिलनाडु के लिए पीड़ा हो रही है लेकिन जब आप तमिल भाषा के खिलाफ बोलते थे तब आपको पीड़ा नहीं होती थी. चुनाव से समय आपको वहां की चिंता हो रही है. जिस दिन आपको वहां (तमिलनाडु) से वोट मिल जाएगा फिर आप 5 साल तक नहीं बोलेंगे."

कांग्रेस ने कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका को दे दिया: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने मेरठ में एक रैली के दौरान कहा कि पता चल रहा है कि किस तरह से कांग्रेस ने कच्चातिवु द्वीप दे दिया. लोग जानते हैं कि वे अब कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर सकते हैं. पिछले 75 सालों में कांग्रेस ने भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर किया है. पीएम ने आगे कहा कि श्रीलंका और तमिलनाडु के बीच कच्चातिवु द्वीप है, जो सुरक्षा के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है. आजादी के समय ये भारत का अभिन्न अंग था. 

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ने चार-पांच दशक पहले द्वीप को फालतू बताते हुए मां भारती के एक अंग को काट दिया और भारत से अलग कर दिया. अब जब भारतीय मछुआरे वहां मछली पकड़ने जाते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है. 

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