Government Of India: ट्विटर के को-फाउंडर रहे जैक डोर्सी (Jack Dorsey) ने भारत को लेकर सनसनीखेज दावा किया है. डोर्सी के दावे के केंद्र में किसान आंदोलन है. उन्होंने कहा है कि किसान आंदोलन के दौरान भारत सरकार की तरफ से ट्विटर को कई अकाउंट्स को ब्लॉक करने की सिफारिश की गई थी. 


जैक डोर्सी के दावे को लेकर विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने इस मामले पर मंगलवार (13 जून) को कहा कि "जैक डोर्सी ने जो कहा है वह बिल्कुल भी हैरान करने वाला नहीं है. 2014 के बाद, पिछले 9 सालों में देश में भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और नागरिक स्वतंत्रता का व्यवस्थित तरीके से छीना गया है." 


'यह केवल केंद्र सरकार तक ही सीमित नहीं...'  


भारत सरकार की तरफ से ट्विटर पर दबाव पर कंपनी के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी के दावे पर मनीष तिवारी ने कहा, "दुर्भाग्य से, यह घटना केवल अकेले केंद्र सरकार तक ही सीमित नहीं है. कुछ राज्य सरकारें भी समान रूप से कठोर और निरंकुश रही हैं, जिसमें वे अपने खिलाफ फैले असंतोष को दबाने और वैकल्पिक आवाजों पर मुकदमा चलाने की कोशिश करते हैं."   



ट्विटर हैंडल्स को ब्लॉक करने के लिए कई बार कहा- डोर्सी


डोर्सी के दावे के मुताबिक भारत सरकार की आलोचना करने वाले कई ट्विटर हैंडल्स को ब्लॉक करने के लिए कई बार कहा गया था. अब विपक्ष इस मामले को उछाल रहा है और मोदी सरकार पर हमलावर है. इस मामले पर सरकार की ओर से डोर्सी के दावों को खारिज कर दिया गया है.


बता दें कि मोदी सरकार की तरफ से लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में पूरे देश के किसानों ने विरोध-प्रदर्शन किया. दिल्ली की सीमाओं पर लाखों किसान करीब एक साल तक जमे रहे, जिसके बाद नवंबर 2021 में मोदी सरकार को तीनों विवादित कृषि कानूनों को रद्द करना पड़ा था. इस पूरे किसान आंदोलन के दौरान सरकार की जमकर आलोचना भी हुई थी. 


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