Adhir Ranjan Chowdhury: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने विपक्ष (Opposition) को उचित जगह देने की अपील की. उन्होंने लिखा कि ये गंभीर चिंता का विषय है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने जबरन कांग्रेस पार्टी कार्यालय (Congress Office) में प्रवेश किया और पार्टी कार्यकर्ताओं पर हिंसा की. उन्होंने पत्र में लिखा कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जता रहे थे, लेकिन दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बल का प्रयोग किया. उन्होंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बर्ताव व कांग्रेस मुख्यालय में प्रवेश पर नाराजगी जताई.
अधीर रंजन चौधरी ने आगे लिखा कि हमारे कार्यकर्ता, सांसद, विधायक सभी का अपमान किया गया और कई के साथ मारपीट और बदसलूकी भी की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि हमारी सांसद एस ज्योतिमणि के साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया. उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए और साथ ही उन्हें देर शाम तक पुलिस थाने में रखा गया. उन्हें इस दौरान ना तो पानी दिया गया और ना ही बाहर से पानी मंगाने दिया गया. पुलिस हिरासत में उनको दवाई तक नहीं दी गई. क्या ऐसे ही एक महिला सांसद के साथ बर्ताव किया जाता है? ये बेहद शर्मनाक होने के साथ-साथ मानव अधिकारों का उल्लंघन भी है.
विपक्ष से उसका स्थान मत छीनिए
उन्होंने आगे लिखा कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने और रखने का अधिकार होता है, लेकिन इस सरकार में विपक्ष की आवाज को ना कोई जगह दी जा रही है और ना ही सम्मान. भारत में इस समय विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं है. दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस पार्टी कार्यालय में जबरन घुसकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बल का प्रयोग किया. उनपर लाठीचार्ज किया गया, उन्हें घसीटा गया. कांग्रेस का कार्यालय संसद, पीएम और गृहमंत्री के आवास से ज्यादा दूर नहीं है. फिर भी वहां इस तरह की बर्बरता की गई. आज हमारा देश लोकतंत्रिक देशों की रैंकिंग में नीचे जा रहा है और ये चिंता का विषय है. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये आजादी का 75वां साल है, विपक्ष से उसका स्थान मत छीनिए. विपक्ष को उचित जगह दीजिए. ऐसा करने से हमारे देश में लोकतंत्र को और मजबूती मिलेगी.
लोकसभा अध्यक्ष को भी लिखा था पत्र
बता दें कि, इससे पहले बुधवार को भी कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) को एक पत्र लिखकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से पूछताछ पर उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की गई थी. गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय पूछताछ कर रहा है. जिसके खिलाफ कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान पुलिस के साथ झड़प भी हुई और कई नेताओं को हिरासत में भी लिया गया. वहीं कांग्रेस सांसद एस. ज्योतिमणि (S Jothimani) ने इस दौरान पुलिस पर मारपीट और कपड़े फाड़ने के आरोप लगाए थे.
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