Shashi Tharoor Remark On Congress : 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ बने इंडिया (I.N.D.I.A) गठबंधन में शामिल सबसे बड़े दल कांग्रेस (Congress) को "एक परिवार की पार्टी" बताए जाने को लेकर अपने बयान पर पार्टी नेता शशि थरूर ने सफाई दी है. मंगलवार (17 अक्टूबर) को उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है.


थरूर ने केरल में सोमवार (16 अक्टूबर) एक टेक कंपनी के दफ्तर के उद्घाटन के दौरान अगले प्रधानमंत्री के रूप में राहुल गांधी की संभावनाओं के बारे में भी टिप्पणी की थी. इस पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा है कि बयान को ''गलत तरीके से पेश'' किया गया और उनका मानना है कि नेहरू/गांधी परिवार पार्टी की "ताकत" है.


थरूर ने क्या दी सफाई


उन्होंने कहा, “मैं देख रहा हूं कि एक निजी कार्यक्रम में मैंने टिप्पणी की थी, जो एक औपचारिक बयान नहीं था. उसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है. हां, मैंने बार-बार कहा है कि नेहरू/गांधी परिवार का डीएनए कांग्रेस पार्टी के साथ अटूट रूप से जुड़ा हुआ है. गांधी परिवार ही पार्टी की ताकत है. 


थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पहले ट्वीटर) पर पोस्ट किया, ''मैंने जो कुछ नहीं कहा वह यह है कि मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि पार्टी के भीतर किसी भी सर्वेक्षण में राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं की पहली पसंद होंगे.''


थरूर के इस बयान पर विवाद


सोमवार को तिरुवनंतपुरम में एक टेक कंपनी के नए कार्यालय का उद्घाटन करते समय, थरूर से 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी से प्रधान मंत्री पद के दावेदार बनने की संभावनाओं के बारे में पूछा गया था.


सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि भारत में संसदीय चुनाव प्रक्रिया अमेरिका से अलग है जहां मतदाता प्राइमरी के माध्यम से एक उम्मीदवार चुनते हैं जो फिर राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ता है. उन्होंने कहा कि भारत में पार्टी तय करती है कि किसे (प्रधानमंत्री के रूप में) आगे बढ़ाना है और प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवार बनाना है. उन्होंने कहा कि अगले साल चुनाव में इंडिया गठबंधन बनने के बाद "आश्चर्यजनक परिणाम" की संभावना है. 


'कांग्रेस परिवार से चलने वाली पार्टी'


उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद सभी पार्टियों को एक साथ आना होगा और किसी एक नेता को चुनना होगा. हालांकि, मेरा मानना है कि कांग्रेस पार्टी या तो मल्लिकार्जुन खरगे या राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की पेशकश कर सकती है क्योंकि कई मायनों में यह परिवार से चलने वाली पार्टी है. अगर खरगे प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह देश के पहले दलित प्रधानमंत्री होंगे.


उनके इसी बयान को बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है. इसके जरिए कांग्रेस को एक परिवार विशेष की पार्टी होने का तमगा एक बार फिर देते हुए घेरने की कोशिश हो रही है.


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