Mallikarjun Kharge Hits Back At PM Modi: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार (6 अगस्त) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विपक्षी गठबंधन INDIA पर किए गए हमले का पलटवार एक लंबी ट्विटर पोस्ट के जरिये किया. बिंदुवार तरीके से लिखी गई अपनी पोस्ट में खरगे ने मणिपुर हिंसा और हरियाणा दंगों से लेकर 'क्विट इंडिया' आंदोलन तक का जिक्र करते हुए पीएम मोदी को घेरा. 


दरअसल, पीएम मोदी ने रविवार को विपक्ष पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूरा देश ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन से प्रेरित होकर ‘भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण-भारत छोड़ो’ का समर्थन कर रहा है. वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये देशभर में 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखने के बाद एक समारोह को संबोधित करते वह विपक्ष पर निशाना साध रहे थे.


इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट के जरिये अपने पलटवार में कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी जी, पिछले 10 सालों से आपने केवल तोड़ने की नकारात्मक राजनीति की है. आपकी वाणी से अब INDIA के लिए भी कटु शब्द निकल रहें हैं.''


'मणिपुर हिंसा को आप काबू नहीं कर पाए'


प्वाइंट में अपनी बात कहते हुए खरगे ने लिखा, ''पिछले 3 महीने से मणिपुर हिंसा को आप काबू नहीं कर पाए हैं. आपकी विभाजनकारी राजनीति ने समुदायों को आपस में ऐसे लड़वाया है कि वहां गृह युद्ध जैसे हालात हो गए हैं. अब तक करीब 150 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.''


उन्होंने आगे लिखा, ''हरियाणा में जो हो रहा है वो पूरा देश देख रहा है. जहां दशकों से दंगा नहीं हुआ वहां आपकी सरकार और आपके संघ परिवार के लोग भाई को भाई से लड़वा रहें है. कट्टरपंथी दोषी समाज के शत्रु हैं, चाहे वो किसी भी धर्म के हों.''


'आपने पिछले 10 सालों में इस देश को सिर्फ...'


खरगे ने लिखा, ''आपने पिछले 10 सालों में इस देश को सिर्फ बेरोजगारी, महंगाई, आर्थिक असमानता, गरीबी, महिला असुरक्षा, दलित उत्पीड़न और सामाजिक अन्याय दिया है. इन सबको समाप्त करने की जरूरत है. यह आपकी सरकार के लिए असंभव लगता है. जनता में निराशा है. समस्याओं का निराकरण करने के बजाय प्रधानमंत्री जी रोज अपने लिए एक नए उद्घाटन का प्रोग्राम ढूंढते हैं. सरकारी आयोजनों में राजनीति करते हैं- विपक्ष पर हमला करते हैं.''






'आपके राजनैतिक पूर्वजों ने भारतीय को भारतीयों के खिलाफ किया'


कांग्रेस अध्यक्ष ने आखिर में लिखा, ''आपके राजनैतिक पूर्वजों ने भारतीय को भारतीयों के खिलाफ किया, अंग्रेजी हुकूमत का साथ दिया, मुखबिरी की और क्विट इंडिया का कड़ा विरोध किया. गांधी हत्या की साजिश में संदेहपूर्ण भूमिका रही. राष्ट्रीय ध्वज- तिरंगे का विरोध किया. आजादी के 52 साल तक उसे फहराया नहीं. सरदार पटेल को उनको तिरंगे का बहिष्कार करने के लिए चेतावनी देनी पड़ी. जो 75 सालों नहीं याद आया वो Quit India अब याद आ रहा है. यही हमारी जीत है. भारत जुड़ेगा, INDIA जीतेगा!''


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