Jairam Ramesh Slams Ghulam Nabi Azad: पूर्व केंद्रीय मंत्री और डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (DAP) प्रमुख गुलाम नबी आजाद के राहुल गांधी पर बयान को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस नेता को निशाने पर लिया, इसके बाद वरिष्ठ कांग्रेसी जयराम रमेश ने पलटवार किया है. जयराम रमेश ने गुलाम नबी आजाद के चरित्र पर सवाल उठाया है. रमेश ने आरोप लगाया है कि आजाद प्रासंगिक बने रहने के लिए हताशापूर्वक कांग्रेस के प्रति तुच्छ बयान दे रहे हैं.


जयराम रमेश का पूरा बयान


रमेश ने ट्वीट किया, ''हर गुजरते दिन के साथ, गुलाम नबी आजाद अपने असली चरित्र और मोदी जी के प्रति अपनी वफादारी दर्शाते हुए नई गहराइयों में गिरते हैं. कांग्रेस नेतृत्व पर उनके निंदनीय बयान प्रासंगिक बने रहने के लिए उनकी हताशा को दिखाते हैं. मैं केवल इतना कहूंगा कि वह दयनीय हैं.''






क्या कहा था गुलाम नबी आजाद ने?


एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राहुल गांधी जब विदेश दौरे पर जाते हैं तो वहां अवांछित व्यापारियों से मिलते हैं. अपना नाम गौतम अडानी से जोड़े जाने पर वह जवाब दे रहे थे. दरअसल, राहुल गांधी ने हाल में एक ट्वीट किया था, जिसमें कांग्रेस छोड़ चुके कुछ नेताओं के नाम उन्होंने गौतम अडानी से जोड़े थे. 


गुलाम नबी आजाद ने कहा, ''यह शर्मनाक है. राहुल गांधी कहते हैं किसी व्यापारी से मेरे संबंध कभी नहीं रहे. वहीं, पूरे परिवार के कारोबारियों से संबंध रहे, जिसमें वो भी शामिल हैं. परिवार का मैं बहुत सम्मान करता हूं. मैं और कुछ नहीं बोलना चाहता हूं, नहीं तो मैं 10 उदाहरण दे सकता हूं जहां वह देश के बाहर तक जाते थे और ऐसे लोगों से मिलते थे जो अवांछनीय कारोबारी होते थे.''


आजाद की टिप्पणी के सहारे बीजेपी का कांग्रेस पर हमला


आजाद की टिप्पणी को हथियार बनाते हुए बीजेपी ने कांग्रेस को घेर लिया. बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को लेकर कई सवाल खड़े किए. उन्होंने आजाद के बयान की वीडियो क्लिप मीडिया को दिखाते हुए कहा, ''गुलाम नबी आजाद जो कांग्रेस में 50 साल तक रहे, केंद्रीय मंत्री रहे, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे, विपक्ष के नेता रहे, कांग्रेस के महामंत्री रहे, उन्होंने इंदिरा गांधी जी, राजीव गांधी जी और सोनिया गांधी जी सबके साथ काम किया है. उन्होंने बहुत ही गंभीर आरोप लगाया है कि राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं तो कई अवांछनीय कारोबारियों से मिलते हैं.''






प्रसाद ने कहा, ''मैंने कोई अपनी बात नहीं कही. गुलाम नबी आजाद ने जो टिप्पणी की वो आपको सुना दी. इससे एक बड़ा सवाल उठता है कि राहुल गांधी हर चार-पांच महीने के बाद विदेश जाते हैं, किस्से मिलते हैं राहुल गांधी?'' इसी के साथ प्रसाद ने कहा कि सच्चाई देश के सामने आनी चाहिए. 


यह भी पढ़ें- Amit Shah Arunachal Visit: अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर गए अमित शाह तो चीन ने जताई आपत्ति, क्या कुछ कहा?