नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस में मची कलह जल्द ही खत्म हो सकती है, सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने इसके हल का फॉर्मूला खोज लिया है. नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जा सकता है. एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक चुनावी साल में सिद्धू को अध्यक्ष बनाने की सबसे बड़ी पैरोकार प्रियंका गांधी वाड्रा हैं. 


इसके साथ ही सूत्रों ने जानकारी दी कि अगर सिद्धू प्रदेश कांग्रस अध्यक्ष बने तो तो दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं. एक कार्यकारी अध्यक्ष अनुसूचति जाति और दूसरा हिंदू समुदाय से हो सकता है. ऐसा इसलिए होगा ताकि मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष के सिख होने से दूसरा समुदाय नाराज ना हो.


पंजाब में 57.69 फीसदी आबादी सिख है जबकि 38.49 फीसद हिंदू हैं, जबकि दोनों धर्मों में जोड़कर देखें तो अनुसूचित जाति के लोग 31.94 फीसदी लोग हैं.


हालांकि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर कांग्रेस के बड़े नेता अभी कुछ नहीं बोल रहे हैं. कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत गुरुवार शाम को जब सोनिया गांधी से मिलकर बाहर निकले तो इस सवाल का गोलमोल जवाब दिया. क्या सिद्धू को अध्यक्ष बनाने का फैसला हो गया, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ''किसने कहा... वो होंगे.. मैंने कहा कि कोई फैसला इसके चारों ओर होना है.''


वहीं सिद्दधू को अध्यक्ष बनाए जाने की खबर से कैप्टन खेमे में हलचल तो बढ़ी जरुर है. सूत्रों से जो खबर मिल रही है, उसके मुताबिक कैप्टन अमरिंदर सिंह इस बात से नाराज हैं और असंतुष्ट भी हैं कि सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है. 


वहीं प्रदेश कांग्रेस के दूसरे नेता भी सिद्धू को इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलने की खबर से असहज बताए जा रहे हैं.  दूसरी तरफ चंडीगढ़ में कैप्टन के मंत्री सुखजिंदर रंधावा के घर सिद्धू समर्थक कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई.


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