नई दिल्ली: कांग्रेस ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को तुरंत बर्खास्त करने की मांग करते हुए आज आरोप लगाया कि उनके परिवार के कारोबारी हित डिफॉल्टर कंपनियों में रहे हैं. पार्टी ने इस मामले में हितों के टकराव के किसी पहलू की न्यायिक जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी मौजूदा न्यायाधीश से करवाने की मांग की है.


कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ईमानदारी की बात तो करते हैं लेकिन गोयल के परिवार के निवेश मामलों पर चुप्प है. खेड़ा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने सार्वजनिक पद पर होने के बावजूद इसका खुलासा नहीं किया है.



पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि गोयल की पत्नी की एक कंपनी है जिसकी शुरुआत एक लाख रुपये की राशि से हुई और जिसने दस साल में ही 30 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया. खेड़ा के अनुसार यह निवेश के ‘जय शाह मॉडल’ तरह का ही मामला है जिसमें एक कंपनी का कारोबार मोदी सरकार के कार्यकाल में कई गुणा बढ़ता है.


कांग्रेस नेता ने कहा, ‘सचाई यही है कि पीयूष गोयल के पद का दुरुपयोग हुआ है इसलिए केंद्रीय मंत्री बने रहने के पात्र नहीं हैं. उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से जांच का आदेश किया जाना चाहिए.’  खेड़ा ने इस बारे में 11 कंपनियों का ब्यौरा भी दिया जिसमें शिर्डी इंडस्ट्रीज शामिल है. इस कंपनी में गोयल और उनकी पत्नी निदेशक है.


गौरतलब है कि शिर्डी इंडस्ट्रीज से जुड़े आरोप सामने आने के बाद पिछले सप्ताह बीजेपी की ओर से जारी बयान में गोयल ने कहा था कि इस मामले में उनकी तरफ से कुछ भी गलत या अनियमित नहीं है.