नई दिल्ली: मध्य प्रदेश कांग्रेस सेवादल की पत्रिका में वीर सावरकर और नाथूराम गोडसे के रिश्ते को लेकर आपत्तिजनक बातें लिखी गई. इसको लेकर शिवसेना के सीनियर नेता संजय राउत ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के दिमाग में गंदगी भरी है.


इसपर संजय राउत ने कहा, ''वीर सावरकर महान थे और वे महान रहेंगे. एक धड़ा उनके खिलाफ बोलता रहता है. ये दिखाता है कि उनके दिमाग में गंदगी भरी है. चाहे वो कोई भी हो.''






क्या है पूरा मामला?


भोपाल में कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में सावरकर पर विवादित साहित्य बांटा गया. सेवादल की बैठक में जो किताब बांटी गई है उसका नाम है 'वीर सावरकर कितने वीर?’ इस किताब में लिखा है कि सावरकर जब 12 साल के थे तब उन्होंने मस्जिद पर पत्थर फेंके थे और वहां के शीशे तोड़ दिए थे. यही नहीं, किताब में नाथूराम गोडसे और सावरकर के संबंधों को लेकर भी विवादित टिप्पणी की गई है और लिखा है कि वीर सावरकर और महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड्से के बीच समलैंगिक संबंध थे. इस विवादित कार्यक्रम के बाद विनायक सावरकर के पोते रंजीत सावरकर भड़क गए है और उन्होंने उद्धव ठाकरे से आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है.


सावरकर के पोते ने कार्रवाई की मांग की


रंजीत सावरकर ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि कांग्रेस अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए समय समय पर सावरकर का अपमान करती है. कांग्रेस एकदम निचले दर्जे की राजनीति कर रही है. आज की कांग्रेस की रीढ़ नहीं है. इंदिरा गांधी, सावरकर को वीर सपूत कहती है तब यही कांग्रेस के लोग सावरकर की तारीफ़ करते थे. आज बढ़ चढ़कर अपमान करते है. अब सिर्फ निंदा से यह काम नहीं होगा. महाराष्ट्र सरकार इसपर आईपीसी की धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज करे और गिरफ्तारी करे.


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