Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस नेतृत्व ने बुधवार (16 अगस्त) को एआईसीसी मुख्यालय में दिल्ली कांग्रेस (Delhi Congress) के नेताओं के साथ बैठक की. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने नेताओं से बातचीत की. इस बीच कांग्रेस नेता अलका लांबा (Alka Lamba) की ओर से दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाले बयान से सियासी हलचल मच गई.


आप (AAP) ने विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक में शामिल नहीं होने तक की चेतावनी दे डाली. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी इस पर सफाई दी. जानिए इस सियासी घटनाक्रम से जुड़ी बड़ी बातें.


1. कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि तीन घंटे तक चली बैठक में राहुल गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, केसी वेणुगोपाल और दीपक बाबरिया मौजूद थे. संगठन को मजबूत करने, आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी करने पर बात हुई. 7 महीने और 7 सीटें (दिल्ली लोकसभा) हैं. सभी सीटों पर हर नेता को आज से अभी से निकलना है.


2. अलका लांबा ने कहा कि मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है. लोकसभा की सात सीटें हैं और ये सीटें कैसे जीतनी हैं, इसको लेकर हमें आदेश दिया गया है. इन सभी सातों सीटों पर संगठन के नेताओं को काम करना है. अलका लांबा ने कहा कि पार्टी ने सभी सातों सीटों पर तैयारी रखने को कहा है. संगठन की तरफ से जो जिम्मेदारियां तय की जाएंगी उस पर हम लोग काम करेंगे.


3. अलका लांबा के इस बयान के बाद कांग्रेस के कई नेताओं को सफाई देनी पड़ी. दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि अलका लांबा एक प्रवक्ता हैं, लेकिन ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात करने के लिए वह अधिकृत प्रवक्ता नहीं हैं. मैंने प्रभारी के तौर पर कहा है कि आज बैठक में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई. मैं अलका लांबा के बयान का खंडन करता हूं. 


4. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस मामले पर कहा कि अलका लांबा ने जो कहा मुझे उसकी जानकारी नहीं है. बैठक को लेकर दीपक बाबरिया ने बयान दे दिया है. हम लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर अलग-अलग राज्यों की बैठकें कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस नेता अनिल भारद्वाज ने कहा कि अलका लांबा इस मामले पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ दिल्ली के नेताओं की आज की बैठक में इंडिया गठबंधन पर कोई चर्चा नहीं हुई. 


5. इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब कांग्रेस गठबंधन नहीं करना चाहती तो फिर मुंबई में 31 अगस्त और एक सितंबर को होने वाली विपक्षी गठबंधन की बैठक में आप के शामिल होने का कोई मतलब नहीं है. यह समय की बर्बादी है. हमारी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कि इंडिया गठबंधन की अगली बैठक में शामिल होना है या नहीं. 


6. आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ऐसी बातें आती रहेंगी. जब इंडिया के घटक दल मिलकर बैठेंगे, जब सभी पार्टियों का शीर्ष नेतृत्व एक साथ बैठकर सीटों के बंटवारे पर चर्चा करेगा तब पता चलेगा कि किस पार्टी को कौन सी सीटें मिल रही हैं. 


7. आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडे ने कहा कि अगर कांग्रेस (2024 लोकसभा) चुनावों के लिए दिल्ली में कोई गठबंधन करने को तैयार नहीं है, तो मुझे लगता है कि उस इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनने का कोई मतलब नहीं है जो लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए है. वहीं आप नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि हर किसी को ये महसूस करना चाहिए कि हमें अपनी महत्वाकांक्षाओं को एक तरफ रखकर देश और संविधान के बारे में सोचना है.


8. आप नेताओं के बयान पर कांग्रेस की ओर से भी प्रतिक्रिया दी गई. दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि मुझे लगता है कि आम आदमी पार्टी में अपरिपक्व लोग हैं. अगर वे मीडिया रिपोर्टों के आधार पर इतना बड़ा निर्णय लेना चाहते हैं तो भगवान भी उन्हें नहीं बचा सकते. 


9. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक दल हैं. कांग्रेस ने दिल्ली में सेवाओं से संबंधित विधेयक के मुद्दे पर हाल ही संसद के मानसून सत्र में दोनों सदनों में आम आदमी पार्टी का समर्थन किया था. 


10. कांग्रेस और आप के बीच हुई इस बयानबाजी पर बीजेपी ने भी चुटकी ली. बीजेपी नेता ओपी शर्मा ने कहा कि मुझे लगता है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संसद में दिल्ली सेवा विधेयक पारित होने के बाद कुछ ऐसा कहा होगा, जिसने उन्हें (कांग्रेस को) ऐसा बयान देने के लिए मजबूर किया. 


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